अलवर. चिकित्सा विभाग की ओर से खाद्य पदार्थों में मिलावट व आमजन के जीवन से खिलवाड़ रोकने के लिए शुदध के लिए युदध समेत अनेक अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन मिलावटखोरों में सरकारी कार्रवाई का भय नहीं होने से खाद्य सामग्री में मिलावट का गोरखधंधा जारी है। कारण है कि चिकित्सा विभाग की कार्रवाई में खाद्य पदार्थों के नमूने अमानक पाए जाने के बाद सरकार की कार्रवाई मिलावटखोरों पर जुर्माना लगाने तक सीमित रहने के कारण चिकित्सा विभाग के अभियान भी कारगर नहीं हो पा रहे हैं। यही कारण है कि अलवर जिले में एक साल में मिलावट करने वालों पर 70 लाख रुपए से ज्यादा का जुर्माना लगाने के बाद भी जांच में खाद्य पदार्थों के नमूने अमानक पाए जाने का सिलसिला जारी है।
अलवर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. योगेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि मिलावट पर वार अभियान राज्य सरकार की ओर से लगातार चलाया जा रहा है। त्योहारों के समय इन अभियानों पर विभाग की ओर से ज्यादा फोकस किया जाता है। कारण है कि त्योहारों पर मिठाइयों एवं खाद्य पदार्थों में मिलावट का अंदेशा ज्यादा रहता है। इसके अलावा विभाग की रूटीन कार्रवाई में खाद्य पदार्थों के नमूने लेने और उनकी जांच का क्रम जारी रहता है। रूटीन कार्रवाई के दौरान फूड सेफटी आिफसर की ओर से खाद्य पदार्थों के तीन से चार नमूने प्रतिदिन लिए जाते हैं।
अलवर जिले में मिलावट करने वालों पर 70 लाख का जुर्माना
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि मिलावटी खाद्य सामग्री के मामले में अप्रेल 2024 से अप्रेल 2025 तक विभाग की ओर से सक्षम न्यायालय की ओर से 317 मामलों में 70 लाख 14 हजार 500 रुपए का जुर्माना लगाया गया। उन्होंने बताया कि एडीएम कोर्ट में 220 और सीजेएम कोर्ट में 2 प्रकरण प्रस्तुत किए गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। पिछले एक सप्ताह में अलवर की फल सब्जी मंडी में से फलों को कैमिकल से पकाने, पफलों व सब्जियों को कलरफुल बनाने के लिए किसी रासायनिक पदार्थ या नुकसानदेह गैस का उपयोग करने की जांच की गई। अभियान के दौरान आमजन व फल सब्जी विक्रेताओं को भी समझाइश की गई कि ग्राहकों की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं करें। कारण उपभोक्ता दुकानदारों से सामान खरीदकर ले जाते हैं और अनजाने में मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, जिसका उनकी सेहत पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है।
मिलावटखोरों से जुर्माना राशि वसूलना अनिवार्य हो
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि मिलावटखोरों पर लगाए जाने वाली जुर्माना राशि को आवश्यक रूप से जमा कराया जाना चाहिए, जिससे मिलावट करने वाले व्यक्ति पर दबाव रहे और आगे वह खाद्य पदार्थों में मिलावट करने से बचे। उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति को खाद्य पदार्थों में मिलावट की आशंका होती है तो वह चिकित्सा विभाग को इसकी जानकारी दे, विभाग की ओर से ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जिले में खाद्य पदार्थों में मिलावट की कार्रवाई
वर्ष सेम्पल फेल
2023 976 260
2024 907 302