नई दिल्ली। अमेरिका में पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद बाइडेन से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग तेज हो गई है। इसका कारण शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रम्प से हुई बहस में बाइडेन का कमजोर नजर आना है।
अमेरिका के ज्यादातर मीडिया हाउस ने डिबेट में ट्रम्प को विजेता माना है। इस कारण अब उप-राष्ट्रपति और भारतवंशी कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग उठने लगी है।
बाइडेन की उम्मीदवारी की घोषणा अभी नहीं
हैरिस फिलहाल बाइडेन की रनिंग मेट हैं यानी फिर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। दरअसल, डेमोक्रेटिक पार्टी ने अब तक आधिकारिक तौर पर बाइडेन की उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है। ऐसे में वे उम्मीदवार बदल भी सकते हैं।
पार्टी नियम बदलकर ही हटा सकती है बाइडेन को
बाइडेन साल की शुरुआत में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी का चुनाव जीत गए थे। इस कारण 19 अगस्त को शिकागो में होने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के कन्वेंशन में डेलीगेट्स को बाइडेन को वोट करना होगा। यदि डेलीगेट्स बाइडेन को वोट नहीं करना चाहते तो पार्टी को वोटिंग के नियमों में बदलाव करना पड़ेगा। फिलहाल जो नियम हैं उनके मुताबिक पार्टी डेलीगेट्स उम्मीदवारी जीतने वाले प्रत्याशी को ही वोट कर सकते हैं।
उम्मीदवारी वापस ली तो अमेरिका में पहली बार होगा
यदि बाइडेन की उम्मीदवारी वापस ली जाती है, तो यह अमेरिका के इतिहास में पहली बार होगा, जब कोई पार्टी ऐसा निर्णय करेगी। यह भी संभावना जताई जा रही है कि बाइडेन खुद ही राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से अपना नाम भी वापस ले सकते हैं।
बाइडेन कमला को कर सकते हैं नॉमिनेट
अमेरिकी मीडिया के अनुसार यदि बाइडेन नाम वापस लेते हैं, तो वे किसी ऐसे व्यक्ति को नॉमिनेट कर सकते हैं, जो उनके करीब हो। इनमें अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम सबसे आगे है। हालांकि, ऐसा होने पर भी हैरिस उम्मीदवार नहीं बन सकेंगी। इसके लिए उन्हें शिकागो कन्वेंशन में दूसरे दावेदारों के साथ चुनाव लड़ना पड़ेगा। डिबेट में बाइडेन के सुस्त रवैये और पोल्स में ट्रम्प के जीतते दिखाई पड़ने पर सबसे पहले कमला हैरिस ही उनके बचाव में उतरी थीं। उन्होंने कहा था कि इस बहस से जो कुछ हासिल करना चाहते थे, वह हमने किया।
अमेरिका की पहली फीमेल वाइस प्रेसिडेंट हैं कमला
डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला अमेरिकी इतिहास में उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला और इस पद पर पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली महिला हैं। कमला हैरिस हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ से ग्रैजुएट हैं। वे 2010 से 2014 के बीच 2 बार कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल रहीं। 2017 से 2021 तक वह अमेरिकी सीनेटर रहीं। 20 जनवरी 2021 को वह अमेरिका की 49वीं उपराष्ट्रपति बनी थीं। 2022 में बाइडेन की कोलोनोस्कोपी के दौरान वो 85 मिनट के लिए अमेरिका की राष्ट्रपति भी रह चुकी हैं।