— एडवा के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन, छात्राओं ने उठाई वार्डन को हटाने की मांग
अलवर। सूर्य नगर स्थित अल्पसंख्यक बालिका छात्रावास की छात्राओं ने वार्डन की कार्यशैली से परेशान होकर बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) की जिला सचिव अनीता एवं उपाध्यक्ष रईसा के नेतृत्व में दर्जनों छात्राएं जिला प्रशासन से अपनी पीड़ा साझा करने पहुंचीं।
प्रदर्शन के दौरान एडवोकेट शब्बीर खान, गुलाब साबिर और एडवोकेट मनीष साहू ने भी छात्राओं को समर्थन दिया। छात्राओं ने जिला कलेक्टर से मिलने के लिए घंटों प्रतीक्षा की, लेकिन व्यस्तता के चलते महिला जिला कलेक्टर से मुलाकात नहीं हो सकी, जिससे छात्राओं में निराशा फैल गई। बाद में छात्राओं ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) को ज्ञापन सौंपा और वार्डन को तत्काल हटाने की मांग की।
छात्राओं ने अपने ज्ञापन में बताया कि छात्रावास की वार्डन मंजू वर्मा उनका मानसिक उत्पीड़न करती हैं। पानी की आपूर्ति रोक दी जाती है, भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब है और छात्रावास परिसर में बाहरी पुरुषों की बेरोकटोक आवाजाही होती है, जिससे उनकी सुरक्षा और निजता पर खतरा बना रहता है। आरोप है कि कुछ अंजान पुरुष वार्डन के निवास में रह रहे हैं, जो छात्रावास के नियमों के विपरीत है।
छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया कि जब भी उन्होंने आपत्ति जताई, तो वार्डन ने जवाब दिया कि “मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जहाँ चाहो शिकायत कर लो।” ज्ञापन में रसोईया मंजू मीणा, सिक्योरिटी गार्ड रामप्रकाश और एक बाहरी व्यक्ति छोटे खान के नाम का भी उल्लेख किया गया है, जो वार्डन के साथ मिलकर छात्राओं को डराते-धमकाते हैं।
छात्राओं की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
वार्डन, रसोईया और गार्ड को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
छात्रावास में फिल्टर युक्त साफ पानी की व्यवस्था की जाए।
बाहरी व्यक्तियों की एंट्री पर पूरी तरह पाबंदी हो।
भोजन की गुणवत्ता में सुधार किया जाए।
छात्राओं को डराने-धमकाने वालों पर कार्रवाई हो।
प्रदर्शन के दौरान एक अन्य विवादास्पद स्थिति तब बनी जब जिला अल्पसंख्यक अधिकारी मौके पर पहुंचीं और छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, उन्होंने छात्राओं को धमकाया। इस पर एडवा ने तीखी प्रतिक्रिया दी और जिला कलेक्टर से संबंधित अधिकारी के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की मांग की।
छात्राओं ने बताया कि वे पूर्व में 16 मई को भी अपनी शिकायत लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर से मिली थीं, जिसके बाद कुछ दिनों के लिए व्यवस्थाएं सुधरीं, लेकिन कुछ ही समय में स्थिति पुनः खराब हो गई।
ज्ञापन देने वालों में अनिशा, सायरा, जायदा, मनीषा, अफसाना, सानिया, सुमैया, सपना, इमराना, अस्तुरन, फौजिया, मानसी, मुस्कान, मंसार, शकीला, अमीषा, अंजू, आबिदा सहित बड़ी संख्या में छात्राएं शामिल रहीं।