नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा लगातार दूसरी बार ओलंपिक में पदक जीतने में सफल रहे। ऐसा करने वाले वह स्वतंत्र भारत के पहले एथलीट हैं। उन्होंने 89.45 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता। हालांकि वे टोक्यो ओलंपिक के अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए। उन्होंने पांच फाउल किए।
दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय
नीरज ट्रैक एंड फील्ड में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय हैं। 1900 में एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीतने वाले नॉर्मन प्रिचर्ड ब्रिटिश मूल के थे। प्रतियोगिता की शुरुआत से पहले उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी वे इन उम्मीदों पर खरा भी उतरे।
टोक्यो ओलंपिक में जीता था स्वर्ण पदक
टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम 84.62 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। पेरिस में नदीम ने शानदार वापसी करते हुए 92.97 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया। इस दौरान नीरज ने पांच फाउल किए, जिससे उन्हें रजत पर संतोष करना पड़ा।
चोट के कारण दोहरा नहीं पाए प्रदर्शन
नीरज चोट के कारण टोक्यो के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाए। लय से बाहर होने के कारण नीरज ने पांच फाउल भी किए। मुकाबले के बाद नीरज चोपड़ा ने अपने स्वास्थ्य को बताया कि वह चोट को लेकर चिंतित थे। उन्होंने बताया कि वह चोट के डर से उतना जोर भी नहीं लगा पाते हैं। फाइनल के दौरान भी उनके दिमाग में यही चल रहा था।
ग्रोइन स्ट्रेन की समस्या से जूझ रहे
नीरज पिछले कुछ वर्षों से ग्रोइन स्ट्रेन की समस्या से जूझ रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के दौरान नीरज को बाहर होना पड़ा था। इस साल उन्हें एडक्टर की समस्या ने भी काफी परेशान किया। इस साल उन्होंने सिर्फ तीन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। नीरज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने इस चोट के साथ पहले ही 89.94 मीटर भाला फेंका है। जब मैं भाला फेंकता हूं तो अपनी चोट पर लगभग 50 प्रतिशत ध्यान केंद्रित करता हूं। डॉक्टरों ने मुझे पिछले साल सर्जरी करवाने के लिए कहा था।