नई दिल्ली। यूपी सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के मार्ग में पड़ने वाली दुकानों पर दुकानदारों के नाम की प्लेट लगाने के जारी आदेश पर लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस सांसद धर्मवीर गांधी ने ऐतराज जताया। यूपी सरकार के इस आदेश को विभाजनकारी फरमान बताया। कांग्रेस सांसद ने इस आदेश को वापस लेने की मांग की।
कांग्रेस सांसद धर्मवीर ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और कहा कि देश में सौहार्द एवं एकता कायम रखने के लिए इस विभाजनकारी आदेश को वापस लिया जाना चाहिए।
पंजाब के कांंग्रेस सांसद ने उठाया मुद्दा
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान पंजाब के पटियाला के सांसद धर्मवीर गांधी ने यह विषय उठाते कहा कि यूपी सरकार का कांवड़ यात्रा को लेकर दुकानदारों के नाम लिखने का आदेश दिया गया है। यूपी सरकार का यह विभाजनकारी कदम है। इससे समाज में तनाव पैदा होगा। यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक आदेश है।
राजनीतिक उद्देश्य के लिए भाजपा लाई आदेश
कांग्रेस सांसद धर्मवीर गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा अपना राजनीतिक उद्देश्य पूरा करने के लिए इस विभाजनकारी एजेंडे को लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द और एकता को कायम रखने के लिए इस आदेश को वापस लिया जाना चाहिए।