नई दिल्ली। तेहरान में करीब सात किलोग्राम विस्फोटक के साथ एक कम दूरी के रॉकेट हमले में फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता हनिया को मौत के घाट उतारा गया। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने शनिवार को यह खुलासा किया गया। इस्माइल हानिया की हत्या करने का आरोप हमास और ईरान दोनों ने इस्राइल पर लगाया था।
फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता हानिया की मौत उस दौरान की गई, जब इस्राइली सेना के गाजा में हमले जारी हैं। वहीं लेबनान की सीमा पर तनाव भी बढ़ रहा है। हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख की हत्या होने से ईरान और इस्राइल के मध्य संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने हानिया की मौत के लिए इस्राइल को दोषी ठहराया और कहा कि उनकी हत्या का बदला उचित समय पर लिया जाएगा।
इस्राइल ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली
फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता हानिया पिछले दिनों ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान ही उन पर हमला हुआ और हमले के कुछ ही घंटों के बाद हानिया की मौत हो गई। ईरान और हमास ने हानिया पर हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया है। लेकिन इस्राइल ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली।
कतर में दफनाया गया
ईरानी मीडिया के अनुसार रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बयान में अमेरिकी सरकार पर इस हमले का समर्थन करने का आरोप भी लगाया। हानिया पर हमला तेहरान के उत्तरी उपनगर में किया गया। फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के नेता हानिया को शुक्रवार को कतर में दफनाया गया। हानिया कतर में ही रहता था।