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    पंजाब में एक कॉल ने छुड़ाए टीचर के पसीने, फटाफट ट्रांसफर कर दिए 50 हजार

     बठिंडा। नौसरबाजों ने अब ठगी का नया ढंग निकाल लिया है। शातिर ठगों ने ग्रांट में गबन करने का आरोप लगाकरर हेड टीचर को सस्पेंड करने की धमकी देकर हजारों रुपयों की ठगी मार ली। इस संबंध में साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

    जिले के गांव सेलबराह के सरकारी प्राइमरी स्कूल की हेड टीचर को सीएम हाउस से फोन करने का बोल कर विलक्षण ढंग से ठगी मारी है। हेडटीचर रमनप्रीत कौरने बताया कि 23 जून को उनको फोन आया।फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को मुख्य मंत्री के घर से बोलने का कहा। उसने कहा कि आपके स्कूल को 50 हजार रुपये की कंपोजेट ग्रांट भेजी गई थी। जिसको आपने सिर्फ 50 फीसद ही लगाया है, बाकी के 50 फीसद का आपने गबन किया है। इसके चलते उनकी इंक्वायरी लगी हुई है।अगर आप सर्विस में रह कर इंक्वायरी कराना चाहते हो तो ग्रांट का गबन किया पचास फीसद हिस्सा खाता नंबर 44021720000003994 में जमा करा दें। उन्होंने धमकी दी कि अगर आपने यह राशि जमा नहीं कराई तो आप को डीडीओ दफ्तर से सस्पेंशन ऑर्डर प्राप्त कर लेना।

    दूसरी बार भी किए 25 हजार ट्रांसफर

    रमनप्रीत कौर ने घबरा कर अपने बेटे के खाते में से उक्त व्यक्ति के खाते में 25 हजार रुपये ट्रांस्फर कर दिए। इसके बाद दोाबरा फोन आया और फोन करने वाले ने कहा कि आप तो यहां पर डैपुटेशन पर हो, आपको 25 हजार रुपये और जमा कराना होगा। इसके चलते रमनप्रीत कौर ने दोबारा फिर से 25 हजार रुपये उसके खाते में जमा करा दिए। रमन्रपीत कौर ने बताया कि अगले दिन उसका फिर से फोन आया और उनसे और पैसों को ट्रांस्फर करने को कहा। तब जाकर रमनप्रीत कौर को समझ आया कि उससे साथ ठगी हो गई है। अभी भी नौसरबाज की तस्ल्ली नहीं हुई और वह लगातार फिर फोन कर रहा है। साइबर क्राइम थाना इंस्पेक्टर सुखवीर कौर ने पीड़ित की शिकायत पर फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति पर केस दर्ज करके मामले की जांच शुरु कर दी है।

    शख्स ने मध्य प्रदेश से किया था फोन

    थाना साइबर क्राइम इंचार्ज सुखबीर कौर ने कहा कि रमनप्रीत कौर को फोन करने वाले अज्ञात आराेपित ने मध्य प्रदेश से फोन किया था जबकि लुधियाना के एक खाते में पैसे ट्रांसफर करवाए हैं। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपित शिक्षा विभाग से नहीं है बल्कि शिक्षा विभाग के लीक हुए डाटा से डाटा लिया हो सकता है। अभी मामले की पड़ताल कर रहे हैं।

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