लगभग एक लाख पाँच हजार हेक्टर मे होंगी बुवाई,,,,, अब तक 93 हजार हेक्टर मे बुवाई हुई
खैरथल । संयुक्त निदेशक क़ृषि (विस्तार) जिला परिषद, खैरथल ने बताया कि जिले मे अब तक 93 हजार हेक्टर मे खरीफ फसलों की बुवाई संपन्न हो गई है, जो कुल होने वाली बुवाई का लगभग 85% है , अब तक बाजरे की 80हजार हेक्टर के लक्ष्य के विरुद्ध 79 हजार 500 हेक्टर, कपास की 8594 हेक्टर, मूंगफली की 950 हेक्टर, ग्वार की 142हेक्टर,ज्वार की 550 हेक्टर, तिल 55हेक्टर, हरा चारा 2000 हेक्टर, सब्जियाँ 950 हेक्टर, अरहर की 35 हेक्टर एवं अन्य फसले 300 हेक्टर मे बुवाई संपन्न हुई है।
जिले मे गत वर्ष की तुलना मे बाजरा मिलेट्स का रकबा बढ़ा है एवं कपास का कम हुआ है! गत वर्ष बाजरे की बुवाई 83 हजार हेक्टर के विरुद्ध इस वर्ष 90 हजार के आसपास बुवाई होने की सम्भावना है, वहीं कपास की गत वर्ष की 19 हजार हेक्टर के विरुद्ध इस वर्ष 8594 हेक्टर मे ही बुवाई हुई है ,,,,,,, मूंगफली की गत वर्ष की बुवाई 200 हेक्टर के विरुद्ध अब तक 950 हेक्टर मे बुवाई हो चुकी है, जो 1000 हेक्टर के पास पहुचेगा ! अरहर की गत वर्ष की 100 हेक्टर की बुवाई के विरुद्ध इस वर्ष अब तक मात्र 35 हेक्टर मे ही बुवाई हुई है !
जिले मे उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता !
क़ृषि विभाग, खैरथल के संयुक्त निदेशक जिला परिषद विजय सिंह ने बताया कि अभी जिले मे रासायनिक उर्वरको की पर्याप्त उपलब्धता है ! जिले मे 4117 मैं. टन यूरिया, 306 मैं. टन डी.ए.पी., 736 मैं. टन सिंगल सुपर फोसफेट, 120 मैं. टन मूरेट ऑफ़ पोटास, एवं 1423 मैं. टन अन्य उर्वरक उपलब्ध है ! इस प्रकार जिले मे अभी 6702 मैं. टन रासायनिक उर्वरकों का स्टॉक उपलब्ध है !
उन्होंने बताया कि जिले मे जुलाई माह मे विभिन्न कम्पनियों का 1500 मैं. टन यूरिया, अगस्त माह मे 2000 मैं. टन यूरिया और आयेगा ! जिले मे उर्वरकों की कमी नहीं आने दी जायेगी!
किसानो क़ो दी जारही है, तकनीकी सलाह
जिले मे खरीफ फसलों की बुवाई से पूर्व स्थानीय क़ृषि पर्यवेक्षकों एवं सहायक क़ृषि अधिकारीयों द्वारा गाओं मे रात्रि गोष्ठी कर, बुवाई, बीजोपचार, उर्वरको का उपयोग क़ृषि यत्रो की जानकारी, विभागीय योजनाओं की जानकारी दी किसानो क़ो बुवाई से पूर्व दी जा रही है !