पूर्णिया. वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में कई पौधों को लगाना बेहद लाभकारी माना गया है. वहीं, इसमें अपराजिता के फूल को विशेष महत्व दिया गया है. हालांकि, अपराजिता फूल का पौधा दो तरह का होता है. एक गहरे नीले रंग का और दूसरा सफेद रंग का होता है. वहीं अगर आप अपने घरों में अपराजिता का पौधा लगाने का मन बना रहे हैं इसके लिए आप वास्तु नियमों का जरूर ध्यान रखें, ताकि हर वक्त विजय ही विजय होगा.
घर में पेड़ पौधे लगाने से लोगों को कई खुशियां मिलती हैं. वहीं, वास्तु शास्त्र में अलग-अलग पौधे लगाने के कई नियम बताए गए हैं. इन नियमों का पालन करने से लोगों को सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है. जबकि कई लोग इधर-उधर पौधे लगा देते हैं जिसका लोगों को नकारात्मक असर पड़ता है.
करियर की बधाएं होंगी दूर
घर में अपराजिता का पौधा लगाने से व्यक्ति को धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है. साथ ही साथ यह पौधा सकारात्मक ऊर्जा के संचार को भी बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा को घर से दूर रखता है. माना जाता है कि घर में अपराजिता का पौधा लगाने से लोगों के करियर में आ रही बाधाएं और परेशानियां दूर होती हैं. हालांकि, वहीं जानकारी देते हुए पूर्णिया के वास्तु शास्त्री पंडित मनोत्पल झा बताते हैं कि शास्त्र में भी अपराजिता का पौधा का विशेष महत्व बताया गया है. नवरात्रि में भी मां दुर्गा को अपराजिता का पुष्प अर्पित किया जाता है. उन्होंने कहा कि इसे लगाने से पहले लोगों को दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि शुभ फलदायक रहे.
घर के इस दिशा में लगाए पौधे, बरसेगा धन
उन्होंने बताया कि अपराजिता के पौधे को ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा को बहुत शुभ माना गया है. साथ ही साथ आप इसे पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं. क्योंकि वास्तु शास्त्र के मान्यताओं के अनुसार यह दिशा देवी देवताओं के लिए होती है. ऐसे में इस पौधे को लगाने से घर में रहने वाली सभी नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं. वहीं इस दिशा में अपराजिता का पौधा लगाने से लोगों को सुख शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. हालांकि, वास्तु शास्त्र के मुताबिक शनिवार के दिन अपराजिता का पौधा लगाने से लोगों को काफी लाभ मिलता है साथ ही साथ शनिदेव की पूजन में भी अपराजिता का फूल चढ़ाने से शनि देव की कृपा भी बरसती रहेगी. जबकि उन्होंने कहा कि अपराजिता के पौधे कभी भी पश्चिम और दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है और दरिद्रता के साथ-साथ जीवन में कई समस्याएं आती है.