करछना में उपद्रव के समय मध्य प्रदेश के कई युवक थे मौजूद

प्रयागराज। करछना के भड़ेवरा बाजार में रविवार को हुए बवाल में अभी तक जितनी गिरफ्तारी हुई है और नामजद हुए हैं, वह सभी यमुनापार के हैं। जबकि इसमें गंगापार के भी भीम आर्मी के कुछ कार्यकर्ता व समर्थक शामिल होने आए थे।

उपद्रवियों के बारे में पुलिस जुटा रही जानकारी

यह भी सुगबुगाहट है कि जेल भेजे गए उपद्रवियों में कई के करीबी उप्र-मप्र की सीमावर्ती रीवा जिले में रहते हैं, जो आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भीम आर्मी के संस्थापक सांसद चंद्रशेखर को देखने व सुनने यहां आए थे। बवाल के समय यहां मौजूद थे और फिर भाग निकले। हालांकि, पुलिस अधिकारी अभी ऐसी किसी जानकारी से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि उपद्रवियों के बारे में एक-एक जानकारी एकत्र की जा रही है और वह कहीं के भी रहने वाले हो, उनकी संलिप्तता मिलने पर कठोर कार्रवाई होगी।

यहां के रहने वाले हैं जेल भेजे गए उपद्रवी

उप्र-मप्र की सीमा पर चाकघाट है। यहीं से रीवा जिला शुरू होता है, जो करछना से 40-45 किलोमीटर है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) व भीम आर्मी के कई कार्यकर्ताओं व समर्थकों के करीबी सीमा स्थित गांवों में रहते हैं। पुलिस ने जिन उपद्रवियों को जेल भेजा है, उनके कई करीबी यहीं रहते हैं।

बाइकों में तोड़फोड़ व आगजनी हुई थी

29 जून को सांसद चंद्रशेखर के इसौटा गांव में आने की जानकारी वाट्सएप ग्रुप पर तीन दिन पहले से चल रही थी। सांसद को देखने, सुनने व मिलने के लिए कुछ उपद्रवियों के करीबी भी यहां आए थे। इसी बीच बवाल हो गया था। बड़ी संख्या में बाइकों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई थी। हनुमान मोरी व भड़ेवरा बाजार के बीच नहर में कई बाइकें भी पुलिस ने बरामद की थी। अधिकांश बाइकों के बारे में अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं हो सकी है।

बोले डीसीपी यमुनानगर, बवाल में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा

डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव का कहना है कि जेल भेजे गए उपद्रवियों के कुछ करीबी मप्र के रीवा जिले से यहां आए थे, इसकी जानकारी उन्हें नहीं हैं। उपद्रवियों को चिह्नित करने के लिए लगातार फोटोग्राफ, वीडियो व सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है। बवाल में शामिल किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा।

29 जून को सांसद चंद्रशेखर के इसौटा गांव में आने की जानकारी वाट्सएप ग्रुप पर तीन दिन पहले से चल रही थी। सांसद को देखने, सुनने व मिलने के लिए कुछ उपद्रवियों के करीबी भी यहां आए थे। इसी बीच बवाल हो गया था। बड़ी संख्या में बाइकों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई थी। हनुमान मोरी व भड़ेवरा बाजार के बीच नहर में कई बाइकें भी पुलिस ने बरामद की थी। अधिकांश बाइकों के बारे में अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं हो सकी है।

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