अलवर.जयपुर। राजस्थान विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने बयान जारी कर पण्डित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर की ओर से आयोजित भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितताओं के आरोप लगाया है। उन्होंने सम्पूर्ण भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
जूली ने कहा कि बडे दुर्भाग्य की बात है कि कल ही इस परीक्षा को लेकर पेपर लीक, अपने लोगों को लाभ पहुंचाने और अन्य अनियमितताओं की सम्भावना को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार को आगाह किया गया था, लेकिन इस असमंजस को लेकर प्रदेश की पर्ची वाली सरकार की कान पर जूं तक नहीं रेंगी और हजारों परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड किया गया है।
प्रतिपक्ष के नेता जूली ने सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि कल ही इस भर्ती परीक्षा को विश्वविद्यालय परिसर अथवा राजकीय महाविद्यालय में नहीं करवाकर भाजपा नेता के निजी महाविद्यालय में करवाये जाने पर अपने लोगों को लाभ पहुंचाने की आशंका व्यक्त की गई थी। इस परीक्षा की निष्पक्षता संदेह के घेरे के आने के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया जिससे यह साबित होता है कि इस अनियमितता में विश्वविद्यालय प्रशासन की संलिप्तता है।
रेपुटेड एजेंसियों से कराना चाहिए परीक्षा का आयोजन
जुली ने कहा कि परीक्षा का आयोजन रेपुटेड एजेंसियों से करानी चाहिए। जबकि परीक्षा यूनिवर्सिटी अपनी चहेते लोगो से करा रहे है,जो गलत है। जूली ने कहा कि यह बहुत गम्भीर बात है कि यह आरोप इस परीक्षा में शामिल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व जिला संयोजक रहे डॉ सज्जन कुमार सैनी द्वारा लगाए गए है, और परीक्षा में की गई अनियमितताओं जैसे पेपर के लिफाफे का खुला मिलना, निर्धारित समय तक पेपर का वितरण नहीं करना, निर्धारित विषय के स्थान पर अन्य विषय के पेपर का लिफाफा खोला जाना और इस सम्बन्ध में परीवीक्षक और नियंत्रक से शिकायत कियए जाने पर उन्हें डराना और धमकाना इस पूरी भर्ती प्रक्रिया की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। पेपर लीक के मामलों पर घडियाली आंसू बहाने वाली भाजपा सरकार की आज कलई खुल गई है। आज यह सबके सामने आ गया है कि सरकार में बैठे लोग किसी भी अवसर का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे, उन्हें आमजन के भविष्य की कोई चिन्ता नहीं है। असमंजस की स्थिति में बनी सरकार के मुखिया और हुक्मरानों में कोई तारतम्य नहीं है। हर मोर्चे पर विफल इस भाजपा सरकार की विफलता के उदाहरण आए दिन देखने को मिल रहे हैं। हम इस सरकार को हजारों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड नहीं करने देंगे। हम जनादेश का सम्मान करते हुए आमजन की आवाज को आगामी विधान सभा सत्र के दौरान सदन में भी पुरजोर तरीके से उठाएंगे।