राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने अलवर में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। योजनाओं, कानून व्यवस्था, ई-फाइलिंग और फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की।
मिशनसच न्यूज, अलवर।
राजस्थान के मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत शुक्रवार को अलवर दौरे पर रहे। उन्होंने मिनी सचिवालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं, विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप योजनाओं और जन-अभाव अभियोगों का समयबद्ध निस्तारण कर गुड गवर्नेंस अंतिम छोर तक पहुंचाना सभी अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने अधिकारियों को सजगता और सकारात्मकता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
ई-फाइलिंग पर जोर
बैठक में ई-फाइल व्यवस्था की समीक्षा करते हुए श्री पंत ने बताया कि कलेक्ट्रेट में औसतन एक घंटे में फाइलों का निस्तारण हो रहा है। उन्होंने अन्य विभागों को भी इसी तर्ज पर ई-फाइलिंग को अपनाने और औसत निस्तारण समय कम करने के निर्देश दिए। तेज़ और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने वाले अधिकारियों की सराहना भी की गई। उन्होंने कहा कि ई-फाइल प्रणाली इतनी लचीली है कि मोबाइल से भी किसी भी समय कार्य संभव है, इसलिए इसे गंभीरता से लागू किया जाए।
कानून व्यवस्था और अवैध गतिविधियाँ
मुख्य सचिव ने अवैध खनन और अवैध शराब पर सख्त कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक को कानून व्यवस्था पर पूर्ण नियंत्रण रखने और साइबर क्राइम व संगठित अपराध पर विशेष कार्य योजना बनाने के लिए कहा। महिला अपराधों की रोकथाम, थानों में महिला डेस्क की मजबूती और कालिका पेट्रोलिंग यूनिट को और प्रभावी बनाने पर भी बल दिया गया। नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए निरंतर कार्यवाही और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
राजस्व और एमओयू की प्रगति
वाणिज्य कर, खनन, आबकारी, परिवहन और रजिस्ट्रेशन विभाग की समीक्षा में मुख्य सचिव ने राजस्व अर्जन बढ़ाने पर बल दिया। उन्होंने राइजिंग राजस्थान समिट में हुए एमओयू की प्रगति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि सभी समझौतों को समयबद्ध तरीके से धरातल पर लाया जाए।
फ्लैगशिप योजनाएँ और जन परिवेदनाएँ
मुख्य सचिव ने फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करते हुए अलवर की स्थिति को संतोषजनक बताया, लेकिन रैंकिंग सुधारने की जरूरत पर बल दिया। बजट घोषणाओं का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध क्रियान्वयन करने को कहा। राजस्थान संपर्क पोर्टल पर निस्तारण की स्थिति अच्छी मिली, पर उन्होंने संतुष्टि स्तर और बढ़ाने के निर्देश दिए।
अधिकारियों को हिदायत
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य सेवा का अवसर जनता की सेवा का अवसर है, इसलिए ईमानदारी और निष्ठा के साथ दायित्वों का निर्वहन करें। नियमित रूप से अपनी स्किल अपडेट करें। उन्होंने आई-गोट कर्मयोगी पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण और ट्रेनिंग लेने पर संतोष जताया।
सामाजिक सुरक्षा और पर्यावरण
मुख्य सचिव ने सामाजिक सुरक्षा और महिलाओं से जुड़े मामलों में संवेदनशील होकर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कर्मभूमि से मातृभूमि योजना और हरियालो राजस्थान अभियान के तहत जल संरक्षण और पौधारोपण के कार्यों की सराहना की तथा लगाए गए पौधों के संरक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा।
नवाचारों का अवलोकन
श्री पंत ने मिनी सचिवालय में राजीविका स्टॉल और वात्सल्य केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को इस तरह का प्लेटफॉर्म देने को सराहनीय बताया। वात्सल्य केन्द्र की व्यवस्था को महिला कार्मिकों और फरियादी महिलाओं के बच्चों के लिए उपयोगी बताया।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला, पुलिस अधीक्षक श्री सुधीर चौधरी, जिला परिषद सीईओ श्री रविन्द्र सालुखे गौरव, यूआईटी सचिव धाईगुडे स्नेहल नाना, एडीएम प्रथम श्री मुकेश कायथवाल, एडीएम द्वितीय श्री योगेश डागुर, एडीएम शहर श्रीमती बीना महावर, एसडीएम अलवर श्री माधव भारद्वाज, प्रशिक्षु आईएएस सुश्री ऐश्वर्यम प्रजापति सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।