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    अलवर के मंदिरों में बढ़ती चोरियों से पुजारियों में आक्रोश, पुजारी महासंघ ने SP को सौंपा ज्ञापन

    अलवर में लगातार मंदिरों में चोरियां और अराजक घटनाएं हो रही हैं। राजस्थान पुजारी सेवक महासंघ ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर सख्त कार्रवाई की मांग की।

    मिशनसच न्यूज, अलवर।
    राजस्थान पुजारी सेवक महासंघ ने अलवर शहर में मंदिरों में हो रही लगातार चोरियों और अराजक घटनाओं को लेकर गहरी चिंता जताई है। इसी क्रम में महासंघ की ओर से आज पुलिस अधीक्षक (SP) अलवर को एक ज्ञापन सौंपा गया। महासंघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो पुजारी समाज बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा।

    महासंघ के प्रतिनिधि पंडित विवेकानंद शर्मा ने बताया कि अलवर शहर के विभिन्न मंदिरों में पिछले कुछ दिनों से चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। सिर्फ पिछले पांच दिनों में ही चार प्रमुख मंदिरों

    1. प्रचंड महादेव मंदिर (जेल का चौराहा),

    2. राधा कृष्ण मंदिर (जेल का चौराहा),

    3. गणेश मंदिर (लाल डिग्गी),

    4. देवी मंदिर (स्कीम नंबर 10)—

    में चोरी की घटनाएं घटित हो चुकी हैं।

    सबसे गंभीर बात यह है कि प्रचंड महादेव मंदिर में चोरी की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, लेकिन इसके बावजूद थाना कोतवाली पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया।

    इसी प्रकार, कुछ दिन पहले लाडिया मोहल्ले स्थित भैरू मंदिर पर भी कुछ असामाजिक तत्वों ने अराजकता फैलाते हुए कब्जा कर लिया था। इन घटनाओं के चलते मंदिर पुजारी और श्रद्धालुओं में गहरी नाराज़गी है।

    पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग

    ज्ञापन में कहा गया कि यदि मंदिरों में लगातार चोरी होती रही और अराजक लोग कब्जे की कोशिशें करते रहे तो इससे शहर का धार्मिक वातावरण बिगड़ सकता है। महासंघ ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि चोरी की वारदातों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और संबंधित मामलों में एफआईआर दर्ज कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाए।

    पंडित विवेकानंद शर्मा ने बताया कि मंदिर केवल पूजा-अर्चना का स्थल ही नहीं बल्कि समाज की आस्था के प्रतीक हैं। ऐसे पवित्र स्थलों पर लगातार चोरी होना और पुलिस प्रशासन द्वारा शिकायत को दर्ज न करना बेहद निंदनीय है।

    ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधि

    ज्ञापन सौंपने के दौरान कई पुजारी और समाजसेवी मौजूद रहे। इनमें प्रमुख रूप से—

    • राजेंद्र शर्मा,

    • पंडित विवेकानंद शर्मा,

    • नाथूराम शास्त्री,

    • रघुवीर स्वामी,

    • राजकुमार शर्मा,

    • कंचन शर्मा,

    • प्रदीप (मोनू) शर्मा,

    • योगेश शर्मा,

    • रमाकांत शर्मा,

    • बालकिशन शर्मा

    आदि शामिल रहे।

    पुजारी महासंघ ने साफ कहा कि अगर पुलिस प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं देता तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।

    अलवर शहर में मंदिरों पर चोरी और अराजकता की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुजारी समाज अब खुलकर इसके खिलाफ आवाज बुलंद कर रहा है। पुलिस प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि पुलिस इन चोरियों और कब्जों के खिलाफ कितनी जल्दी और कितनी गंभीर कार्रवाई करती है।

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