सीएम भजनलाल ने सराहा रामगढ़ बांध का कायाकल्प, बोले- कोठारी जी ने किया सराहनीय कार्य

जयपुर। दशकों से सूखे पड़े रामगढ़ बांध के जीर्णोद्धार समारोह के दौरान गुरुवार को आखिर वो घड़ी आ गई जब श्रमदान करने जनसैलाब उमड़ा। न महिलाएं पीछे रहीं और न पुरुष। बरसात इस दौरान जैसे अभियान को समर्थन और अपना आशीर्वाद देती नजर आई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी, जयपुर के प्रभारी व संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत और जयपुर शहर व ग्रामीण के सांसद सहित जिले के विधायकों के साथ जयपुर के जमवारामगढ़ में रामगढ़ बांध जीर्णोद्धार समारोह के दौरान श्रमदान कर वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान का शुभारम्भ किया।

समारोह में सीएम भजनलाल शर्मा ने जल की महत्ता बताते हुए कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है, इस अवधारणा को जीवन में उतारना होगा। रामगढ़ बांध में माता-बहन सभी श्रमदान को तैयार है। अब सरकार राजस्थान को उत्कृष्ट और विकसित बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे पहले पानी की आवश्यकता है और राजस्थान से ज्यादा पानी की कीमत कोई दूसरा जानता भी नहीं है। ऐसे में प्रदेश को पानी के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने रामगढ़ बांध में पानी आने का प्रमुख स्रोत बाणगंगा नदी के पौराणिक महत्व का भी जिक्र किया।

जनप्रतिनिधि बनाएं जलस्रोत जीर्णोद्धार की योजना

मुख्यमंत्री शर्मा ने जल संरक्षण कार्य को आगे बढ़ाने का संकल्प दिखाते हुए जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने के लिए योजना तैयार करें, यह जन कल्याण का कार्य है। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि ये जन-जन का अभियान बन गए हैं। इसी तरह हर गांव-ढाणी में जल संरक्षण के कार्य को आगे बढ़ाकर राजस्थान को आगे ले जाना है।

सीएम भजनलाल ने जताया पत्रिका का आभार

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रामगढ़ बांध को पुन: जिंदा करने के प्रयासों के लिए राजस्थान पत्रिका का आभार जताते हुए कहा, मैं कोठारीजी और पूरे पत्रिका परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने एक अच्छी पहल की। राजस्थान पत्रिका ने लगातार अपनी लेखनी से रामगढ़ की ओर ध्यान आकर्षित किया।

 

अमृतं जलम् एक संकल्प जिसे रोका नहीं जा सकता: गुलाब कोठारी

समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने समारोह में कहा कि पत्रिका का अमृतं जलम् अभियान एक संकल्प है और संकल्प को रोका नहीं जा सकता। उन्होंने पत्रिका के संस्थापक श्रद्धेय कर्पूर चन्द्र कुलिश का स्मरण करते हुए कहा कि वे कहते थे संकल्प छोड़ा नहीं जाए तो कार्य अपना रास्ता बना ही लेता है।

सामाजिक सरोकारों के लिए जाना जाता है पत्रिका

कोठारी ने कहा कि पत्रिका को सामाजिक सरोकारों के लिए जाना जाता है। मध्यप्रदेश का बड़ा तालाब इसका उदाहरण है। आज रामगढ़ बांध को लेकर भागीरथी कार्य हुआ। सरकार के रामगढ़ बांध के जीर्णोद्धार के कार्य में जुड़ने से बहुत बड़ा आश्वासन मिला है। देखा गया है कि सरकार के आश्वासन अक्सर पूरे नहीं होते हैं, लेकिन अब न केवल कदम बढ़ाएं हैं, बल्कि कार्य पूरा होने की दिशा में बढ़ते दिख भी रहे हैं।

 

आसान नहीं था यह कार्य, सरकार के रूप में बड़ा साथी मिला

कोठारी ने कहा कि रामगढ़ बांध को लेकर हाईकोर्ट के कितने ही आदेश आए, पर वे आदेश न जाने कहां चले गए। चर्चा सिर्फ अतिक्रमण की हुई। हमारे लिए बांध के जीर्णोद्धार का कार्य आसान नहीं था। अब हमें सरकार के रूप में इस कार्य के लिए बड़ा साथी मिल गया है। सभी विधायक लोगों को जागरूक कर उन्हें जोड़ रहे हैं। अब हमें हमारे भीतर बैठे देवता को साक्षी मानकर काम को आगे बढ़ाना है। जल संरक्षण से जनता व सरकार दोनों जुड़े हैं, अब यह कार्य आगे बढ़ना तय है।

अभियान में लोगों की तड़प और दर्द छिपा है

कोठारी ने रामगढ़ बांध के जीर्णोद्धार को लेकर कहा कि अभियान में लोगों की तड़प और दर्द छिपा है। कभी बस्सी, चौमूं और बगरू पूरा क्षेत्र चमन था, अब कुएं-बावड़ी सब सूख गए। अफसोस किसी ने चिंता ही नहीं की। इस दौरान दो-दो मुख्यमंत्री रहकर चले गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस कार्य को आशीर्वाद दिया।

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