सीकरी, भरतपुर।
मेवात की धरती पर सामाजिक चेतना और जनहित के संघर्ष को समर्पित एक विशेष कार्यक्रम मंगलवार को ग्राम खोहरी डायनाकावास में आयोजित हुआ, जिसमें भरतपुर के पूर्व सांसद और समाजवादी शताब्दी पुरुष पंडित रामकिशन, किसान नेता इन्दल सिंह जाट और मोहन सिंह गुर्जर का सम्मान किया गया। यह आयोजन न केवल एक सम्मान समारोह था, बल्कि सामाजिक जागरूकता, जल संकट और किसान हितों की चिंता का सामूहिक मंच भी बना।
🌿 “मैं अभी बूढ़ा नहीं हूं, थका नहीं हूं” — पंडित रामकिशन
अपने 100 वर्ष पूर्ण कर चुके समाजवादी योद्धा पंडित रामकिशन ने समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “मैं हार मानने वाला नहीं हूं, और न ही थकने वाला हूं। बूढ़े तो वे हैं जो जवानी में भी निष्क्रिय होकर बैठे हैं।” उनके इस उत्साह और ऊर्जा ने युवाओं में नया जोश भर दिया।
उन्होंने समाज से आह्वान किया कि सामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाना होगा। पंडित रामकिशन ने खास तौर पर बच्चों को अच्छे संस्कार देने, लड़कियों को शिक्षा देने और फिजूलखर्ची पर रोक लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेवात की बदनामी कुछ गुमराह युवाओं के कारण होती है, लेकिन पूरा समाज कभी गलत नहीं हो सकता। पुलिस और प्रशासन को न्यायसंगत रवैया अपनाना चाहिए — “सजा केवल दोषी को मिले, निर्दोष को नहीं।”
🚰 जल संकट पर गंभीर चिंता, किसानों ने उठाई मांगें
इस कार्यक्रम में इआरसीपी – पीकेसी योजना को लेकर भी चिंता और सुझाव रखे गए। किसान नेता इन्दल सिंह जाट ने कहा कि योजना स्वीकृत हो चुकी है, अब केन्द्र और राज्य सरकार को मिलकर इसे जमीन पर उतारने की जरूरत है। विशेष रूप से भरतपुर, डीग, अलवर और दौसा जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए इस योजना की तुरंत शुरुआत की जानी चाहिए।
मोहन सिंह गुर्जर ने कहा कि शिक्षा और भाईचारा ही समाज को आगे ले जा सकता है। उन्होंने किसानों की समस्याओं — बढ़ती लागत, कर्ज, और MSP की कमी — को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की।
🚱 “नदियां सूखी हैं, बाँध खाली हैं”
किसानों और वक्ताओं ने रुपारेल, वाणगंगा और गम्भीर नदियों के सूखने की बात उठाई। जल संकट की गंभीरता को महसूस करते हुए, सभी ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार को जल प्रबंधन और संसाधन उपलब्धता पर गंभीरता से काम करना चाहिए।
🤝 22 जून को होगा अगला भाईचारा सम्मेलन
सभी ने निर्णय लिया कि पूर्व सांसद पंडित रामकिशन का अगला सम्मान और भाईचारा सम्मेलन 22 जून को सुबह 10 बजे बुर्जा पुल के नीचे आयोजित किया जाएगा। इसमें कई पंचायतों के प्रतिनिधि और ग्रामीण भाग लेंगे।
🎤 गांव-गांव से उमड़ी आवाज
कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी सगम ने की और संचालन सरपंच हबीबुल्लाह ने। वक्ताओं में जाकिर एडवोकेट, पूर्व सरपंच इलियास खां अतवी, सरदार इन्दर सिंह, मौलवी इदरीस और अन्य ग्रामीण नेता शामिल थे। कार्यक्रम में कई गांवों से आए किसान, बुजुर्ग, महिलाएं और नौजवान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।