जल संरक्षण में जनभागीदारी जरूरी, मीडिया निभा रहा है महत्त्वपूर्ण भूमिका
अलवर। राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में जल संरक्षण, संचयन और भूजल स्तर वृद्धि के उद्देश्य से संचालित वंदे गंगा जल संरक्षण – जन अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को जिला सूचना केंद्र (पीआरओ कार्यालय) में मीडिया राउंड टेबल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जल संरक्षण में आमजन की भागीदारी बढ़ाने और मीडिया की भूमिका पर गहन चर्चा हुई।
कार्यक्रम में जिला परिषद के अधिशासी अभियंता (नरेगा) नरेंद्र सिंह लाखीवाल ने जल संरक्षण अभियान की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि परंपरागत जल संरचनाओं — जैसे टांके, बावड़ी, जोहड़, कुएं और तालाब — का जीर्णोद्धार एवं सफाई कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, अमृत सरोवर, मैजिक पिट, सोख्ता गड्ढा और रिचार्ज सॉफ्ट जैसी आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार के साथ-साथ आमजन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की सक्रिय सहभागिता से जल संरक्षण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं।
लाखीवाल ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के तहत पूरे वर्ष जल संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है। इस पुनीत कार्य को जन-जन तक पहुंचाने और इसमें अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित करने में मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक मनोज मेहरा ने अपने संबोधन में कहा कि जिले के मीडिया कर्मियों का इस अभियान में सतत सहयोग रहा है, जिससे जनजागरूकता में वृद्धि हुई है। उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से अपील की कि वे इस अभियान को और प्रभावी बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी बनाए रखें।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे। उन्होंने भी अपने सुझाव साझा किए और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु हरसंभव सहयोग देने का संकल्प दोहराया।