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    अपहृत युवक को पुलिस ने 24 घंटे में किया मुक्त , नग्न कर पिटाई का वीडियो भेज फिरौती मांगी

    विजय मंदिर थाना क्षेत्र से अगवा युवक को पुलिस ने बूंदी से छुड़ाया। आरोपियों ने पीड़ित का नग्न वीडियो भेज 3.5 लाख फिरौती मांगी, 4 आरोपी गिरफ्तार।

    अलवर। राजस्थान के अलवर जिले में स्थित विजय मंदिर थाना क्षेत्र में सोमवार को एक 22 वर्षीय युवक हंसराज जाटव का अपहरण कर लिया गया। आरोपी युवक को अगवा कर बूंदी जिले तक ले गए, जहां उसे नग्न कर पीटा गया और उसका वीडियो बनाकर परिजनों से 3.5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। लेकिन अलवर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से 24 घंटे के अंदर युवक को छुड़ा लिया गया और चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया।

    परिजनों से मांगी गई थी फिरौती

    अपहृत युवक के भाई देशराज जाटव ने बताया कि हंसराज सोमवार को किसी काम से डेहरा बस स्टैंड गया था। देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन उसे तलाशने लगे। उसी दौरान सूचना मिली कि कुछ बदमाशों ने उसे जबरन बोलेरो कार में डालकर अगवा कर लिया। उसकी बाइक घटनास्थल पर मिली। इसके थोड़ी देर बाद परिजनों के मोबाइल फोन पर एक वीडियो आया जिसमें हंसराज को नग्न कर बेरहमी से पीटा जा रहा था

    वीडियो के साथ आरोपियों ने परिजनों से 3.5 लाख रुपए की फिरौती मांगी और चेतावनी दी कि यदि पुलिस को सूचना दी गई या पैसे समय पर नहीं दिए गए, तो हंसराज की हत्या कर दी जाएगी। डर के मारे परिजनों ने तत्काल 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिए।

    पुलिस ने बूंदी से कराया छुड़ाव, चार आरोपी गिरफ्तार

    एडिशनल एसपी डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। तकनीकी विश्लेषण के आधार पर बदमाशों की लोकेशन ट्रैक की गई और बूंदी जिले के तालेड़ा थाना क्षेत्र में उनकी पहचान की गई। बूंदी पुलिस के सहयोग से कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और अपहृत युवक हंसराज को सुरक्षित छुड़ाया गया।

    ऑनलाइन ट्रेडिंग विवाद से जुड़ा मामला

    प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हंसराज ऑनलाइन ट्रेडिंग करता था और उसका विवाद इन आरोपियों से कुछ लेन-देन को लेकर था। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी एक ऑनलाइन फाइनेंस स्कीम से जुड़ा हुआ है और अन्य तीन उसके साथी हैं। इस मामले को साइबर क्राइम एंगल से भी जांचा जा रहा है।

    पुलिस की परेड और आरोपियों की पहचान

    पुलिस ने गिरफ्तार चारों आरोपियों की परेड भी निकाली, जिससे क्षेत्रवासियों में एक संदेश गया कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। इनमें से दो आरोपी अलवर और दो बूंदी जिले के बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इन सभी का क्राइम रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है और इनसे पूछताछ के दौरान और भी खुलासे हो सकते हैं।

    पुलिस की तत्परता से जनविश्वास कायम

    विजय मंदिर थाना पुलिस और बूंदी पुलिस के समन्वयपूर्ण ऑपरेशन से यह साफ हुआ कि राजस्थान पुलिस अपराध पर लगाम कसने के लिए पूरी तरह सजग है। परिजनों ने भी पुलिस की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि यदि यह कार्रवाई तुरंत नहीं होती, तो परिणाम भयावह हो सकते थे।

    यह घटना ना केवल ऑनलाइन लेन-देन से जुड़े संभावित खतरों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि समय पर पुलिस कार्रवाई से अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेरा जा सकता है। यह मामला अब साइबर फ्रॉड, अपहरण और ब्लैकमेलिंग जैसे कई कानूनी धाराओं के अंतर्गत जांच में है।

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