जिले में साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत अलवर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की
मिशन सच न्यूज़, अलवर
जिले में साइबर अपराध पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत शुक्रवार को अलवर पुलिस ने ए बड़ीक सफलता हासिल की। पुलिस ने कमीशन पर साइबर ठगों को सैकड़ों कॉरपोरेट और करंट बैंक अकाउंट बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ कर मुख्य सरगना समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क के जरिए 100 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी को अंजाम दिया जा चुका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है।
गिरोह का खुलासा
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि गिरोह फर्म के नाम से कॉरपोरेट/करंट खाते खोलकर उन्हें कमीशन पर साइबर ठगों को बेचता था। इन खातों के जरिए ठगी की रकम ट्रांसफर की जाती और अकाउंट फ्रीज होने से पहले राशि निकाल ली जाती थी। जांच में सामने आया है कि समन्वय पोर्टल पर एक संदिग्ध खाते से जुड़ी 101 साइबर फ्रॉड शिकायतें दर्ज थीं।
पुलिस ने खातों की डिटेल खंगाली तो 2 करोड़ से ज्यादा का सीधा लेन-देन और इन्वेस्टमेंट व ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर 41 करोड़ रुपये की ठगी के प्रमाण मिले। अनुसंधान के दौरान लक्ष्मी एंटरप्राइजेज नामक फर्म को चिह्नित किया गया, जो आरोपी प्रेम पांचाल की थी। पूछताछ में प्रेम पांचाल और उसके साथी संजय अरोड़ा ने स्वीकार किया कि वे अन्य साथियों की मदद से करंट खाते कमीशन पर साइबर ठगों तक पहुंचाते थे।
अपराधियों का नेटवर्क और संपत्ति
एसपी चौधरी ने बताया कि आरोपियों के क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट भी सीज किए गए हैं। बरामदगी में पुलिस ने 7 चेक बुक, 19 एटीएम कार्ड, 6 बैंक पासबुक, 12 हस्ताक्षरित चेक, आधार व पैन कार्ड, 20 मोबाइल फोन, 20 सिम, पहचान पत्र, 3 वाहनों की आरसी और एक कार जब्त की है।
एसआईटी का गठन
इस पूरे प्रकरण की गहन जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। इसका नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) चरण गोपीनाथ कांबले कर रहे हैं। एसआईटी बैंक अधिकारियों व अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच करेगी।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में संजय अरोड़ा, गौरव सचदेवा, अंकित बंसल, रामवीर, सतीश कुमार बैरवा और प्रेम पांचाल शामिल हैं।
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
एसपी चौधरी ने बताया कि अलवर में साइबर ठगी का बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। इस पर रोक लगाने के लिए ऑपरेशन साइबर संग्राम चलाया जा रहा है। इसके तहत कई कार्रवाइयां की गई हैं, लेकिन यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।