किशनगढ़ बास। शहर के खैरथल रोड स्थित गजानंद गार्डन में श्रीशिव महापुराण कथा का वाचन कर रहे कथा व्यास मनुश्री महाराज ने कथा के चौथे दिन सती चरित्र मंगल ग्रह की उत्पत्ति एवं शिव विवाह महोत्सव की कथा सुनाई। ज्येष्ठ मास की निर्जला एकादशी पर शुरू हुई इस कथा के आयोजन में किशनगढ़ बास सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में महिलाएं प्रतिदिन कथा सुनने पहुंच रही हैं।
कथाकार मनुश्री महाराज ने शिव महापुराण में वर्णित धर्म कर्म के बारे में बताते हुए कहा कि ईश्वर की पूजा और भक्ति में बड़ी शक्ति है। भगवान में ध्यान लगाने से दु:ख दर्द समाप्त होते हैं, वहीं पापों का नाश होता है। धर्म करने से धन बढ़ता है और गरीब, दु:खी व्यक्ति की मदद करने से दुआ मिलती है। माता पिता सास ससुर की सेवा करने से देवी देवता भी प्रसन्न होते हैं।
व्यवस्था आयोजन समिति के इंद्र गुप्ता, सुल्तान यादव, विनय व्यास, बबलू अग्रवाल, प्रभु दयाल, मांगे लाल गप्ता, पवन सिंघल ने बताया कि कथा के चौथे दिन मीडिया कर्मी दौलत भारती, कमलेश पमनानी, मुकेश सोनी, हीरानंद हीरू एवं व्यापार महासंघ अध्यक्ष परमानंद लखयाणी, संजय सिंघल, बिल्लू सोनी, जसवंत यादव, आदि लोगों का कथावाचक मनुश्री महाराज की ओर से दुपट्टा पहनाकर एवं श्रीशिव भगवान की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया।
इस दौरान कथा के आयोजन में व्यवस्था को संभाल रही महिलाओं की टीम की सदस्य रामकला यादव, रेखा सिंघल, सन्तोष गुप्ता, अंतिम अग्रवाल, ज्योति गुप्ता, किरण चदनानी राघा राठौड़, ममता खंडेलवाल, अनीता अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, माया गुप्ता, चमेली सैनी, रंजनी जांगिड़, राजबाला शर्मा, संगीता, स्नेहलता, शीला शर्मा, सुनीता सैनी, प्रेम जांगिड़, कमला देवी, सुनीता गुप्ता, रजनी सैनी, ललिता देवी, तिलक गुप्ता, मधु गांधी, सुषमा गुप्ता, पुष्पा देवी, उषा स्वामी, अनीता जांगिड़, मंतोष शर्मा, सुमन, कृष्णा, रीना गुप्ता का भी व्यास पीठ की ओर से सम्मान किया गया।