कांग्रेस संगठन में नई ऊर्जा का संचार करने और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से कांग्रेस हाईकमान ने अब जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया को पूरी तरह लोकतांत्रिक बना दिया है
मिशन सच न्यूज़, अलवर।
कांग्रेस संगठन में नई ऊर्जा का संचार करने और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से कांग्रेस हाईकमान ने अब जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया को पूरी तरह लोकतांत्रिक बना दिया है। इसी कड़ी में एआईसीसी पर्यवेक्षक सलीम अहमद ने कहा कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष का चयन अब कार्यकर्ताओं और जनता की राय के आधार पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पार्टी के संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत पर्यवेक्षक ब्लॉक स्तर तक जाकर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे और हर कार्यकर्ता की राय को दर्ज करेंगे। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष के चयन में आम जनता से भी फीडबैक लिया जाएगा। पर्यवेक्षक ने स्पष्ट किया कि फीडबैक के आधार पर तैयार रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को भेजी जाएगी, जिसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
कार्यकर्ताओं की राय होगी निर्णायक
रविवार को अलवर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सलीम अहमद ने कहा कि कांग्रेस अब परंपरागत नियुक्ति प्रक्रिया से आगे बढ़कर कार्यकर्ताओं की राय को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा, यदि कार्यकर्ताओं और जनता की राय मौजूदा जिलाध्यक्ष के पक्ष में रही, तो उन्हें दोबारा मौका दिया जा सकता है। पर्यवेक्षक ने बताया कि इसके लिए वे ब्लॉक और मंडल स्तर तक जाएंगे, जहां पार्टी पदाधिकारी, पूर्व जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और ब्लॉक पदाधिकारी अपनी राय देंगे। सभी राय को पारदर्शी तरीके से संकलित कर केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा।
किसी पद के दावेदार को नहीं होगी अनुमति
सलीम अहमद ने स्पष्ट किया कि राय संग्रह प्रक्रिया के दौरान कोई भी जिलाध्यक्ष पद का दावेदार पर्यवेक्षक के साथ नहीं जाएगा, ताकि कार्यकर्ताओं की राय पर किसी प्रकार का दबाव न बने। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। कांग्रेस अब वरिष्ठता या दबाव की राजनीति से आगे बढ़ रही है। कार्यकर्ताओं की असली ताकत ही संगठन का भविष्य तय करेगी।
राहुल गांधी के संगठन सृजन कार्यक्रम से जुड़ा अभियान
पर्यवेक्षक ने बताया कि यह पूरा अभियान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संगठन सृजन कार्यक्रम का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कार्यकर्ताओं की राय से संगठन को नए सिरे से मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब हर जिले में ऐसे अध्यक्ष चुनेगी जो कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय हों और जनआंदोलनों से जुड़े हों। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की ओर से हाल ही में अहमदाबाद में आयोजित अधिवेशन में इस कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में निर्णय हुआ कि पार्टी की जड़ें मज़बूत करने के लिए संगठन को जनता और कार्यकर्ताओं की राय से आगे बढ़ाया जाएगा।
कांग्रेस संगठन 140 साल पुराना, अनुभव और संघर्ष से मजबूत
सलीम अहमद ने कहा कि कांग्रेस 140 साल पुराना संगठन है, जिसने देश को आजादी दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाई।कांग्रेस एक समंदर की तरह है — इसमें कुछ लोगों के आने या जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह संगठन अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के विश्वास से मजबूत हुआ है।उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को अब संगठन की रीढ़ के रूप में देखा जा रहा है, और यही कांग्रेस की नई दिशा और शक्ति का संकेत है।