केंद्रीय मंत्री व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने शहर के समग्र विकास और स्वच्छता अभियान की समीक्षा की
मिशनसच न्यूज, अलवर। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में शहर के समग्र विकास और स्वच्छता अभियान की विस्तृत समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अलवर शहर को स्वच्छता और विकास के क्षेत्र में देश के अग्रणी शहरों में स्थान दिलाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए। इस दौरान प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री संजय शर्मा भी मौजूद रहे।
स्वच्छता रैंकिंग और वायु सर्वेक्षण में मिली उपलब्धि पर बधाई
केंद्रीय मंत्री यादव ने नगर निगम को स्वच्छता रैंकिंग में 54वां स्थान और देशभर में वायु सर्वेक्षण में तीसरा स्थान हासिल करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि सराहनीय है, लेकिन अभी और मेहनत की आवश्यकता है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सर्वेक्षण के सभी बिंदुओं की विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए और अगले तीन महीनों में कमियों को पूरा कर शहर को बेहतर रैंकिंग दिलाई जाए।
सेवा पखवाड़े में होंगी विशेष गतिविधियां
यादव ने बताया कि 17 सितम्बर से शुरू हो रहे सेवा पखवाड़े के दौरान जनसहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा। इस दौरान स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि एनयूएलएम स्वच्छता सखियों को प्रशिक्षण दिया जाए, घरेलू हानिकारक कचरे का सुरक्षित निस्तारण शुरू हो और निर्माण स्थलों से निकलने वाले मलबे का प्रसंस्करण प्लांट में किया जाए। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह एक दिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि फील्ड में जाकर सफाई व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का निरीक्षण करें।
शहर में सौंदर्यकरण और बुनियादी सुविधाओं पर जोर
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहर के सभी प्रमुख मार्गों और चौहारों का सर्वे किया जाए और भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए फ्लाईओवर, मार्ग चौड़ीकरण और ट्रैफिक प्रबंधन की योजना तैयार की जाए। शहर की ग्रीनरी बढ़ाने, खाली जगहों पर इंटरलॉकिंग करने और भव्य प्रवेश द्वारों के निर्माण पर भी बल दिया गया। उन्होंने कहा कि पनोरमा और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का सौंदर्यकरण किया जाए ताकि अलवर पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से और आकर्षक बने।
सार्वजनिक शौचालयों और सफाई कर्मियों के कल्याण पर ध्यान
यादव ने निर्देश दिए कि शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों की नियमित सफाई हो और जहां आवश्यकता हो वहां नए शौचालय बनाए जाएं। छोटे शौचालयों का प्रबंधन महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने और इनमें एसटीपी प्लांट के ट्रीटेड वॉटर का उपयोग करने की योजना पर भी चर्चा हुई। सफाई कर्मियों के कल्याण के लिए उन्होंने आयुष्मान कार्ड, एनएफएसए के तहत राशन कार्ड और ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण कराने के निर्देश दिए।
कच्ची बस्तियों और सड़कों के विकास की योजना
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शहर की चिन्हित कच्ची बस्तियों में सड़क, नाली और अन्य बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाए। उन्होंने बरसात में जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए नालों की नियमित सफाई और जलभराव वाले क्षेत्रों में वाटर रिचार्ज संरचना बनाने पर जोर दिया।
नाइट टूरिज्म और सांस्कृतिक परियोजनाओं को मिले गति
यादव ने यूआईटी सचिव को निर्देश दिए कि नाइट टूरिज्म और कल्चरल हेरिटेज वॉक प्रोजेक्ट को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि मत्स्य उत्सव के अवसर पर भव्य लाइफस्टाइल बुक और कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा, जिससे अलवर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
राजीविका और महिला स्व-सहायता समूहों की भूमिका
केंद्रीय मंत्री ने राजीविका के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिला परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिए कि आईएफएससी फॉर्मेशन, कस्टमर हायरिंग सेंटर और स्टार्टअप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम पर तेजी से काम किया जाए। साथ ही, स्व-सहायता समूहों को मार्केट से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए।
सफाई व्यवस्था, नालों की सफाई, स्ट्रीट लाइट मरम्मत पर चर्चा
बैठक में वन राज्यमंत्री संजय शर्मा ने सफाई व्यवस्था, नालों की सफाई, स्ट्रीट लाइट मरम्मत, सार्वजनिक शौचालय निर्माण और पार्कों के रखरखाव जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शहर की सौंदर्यकरण योजनाओं को प्राथमिकता दी जाए। जिला कलेक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला ने भरोसा दिलाया कि केंद्रीय मंत्री के निर्देशों की प्रभावी मॉनिटरिंग होगी और विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि सभी योजनाओं का अनुपालन तय समयसीमा में हो।
देश, प्रदेश व अलवर की विशेष खबरें पढ़ने के लिए मिशनसच के लिंक पर क्लिक करें https://missionsach.com/category/india