खैरथल की रोटी बैंक संस्था ने मानवीय सेवा की मिसाल पेश करते हुए सिख समाज की दो गरीब बेटियों की शादी के लिए ₹11,000 की आर्थिक मदद की। रवि दासवानी की इस संस्था ने छह वर्षों से गरीबों की सहायता और भोजन वितरण का कार्य जारी रखा है।
मिशनसच न्यूज, खैरथल ।
मानवता की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है — इसी सोच को साकार करते हुए खैरथल में संचालित संस्था ‘रोटी बैंक’ ने फिर एक बार समाज के सामने मानवीयता की मिसाल पेश की है।
शनिवार को संस्था की ओर से सिख समाज की दो गरीब बेटियों की शादी के लिए ₹11,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
संस्था के संस्थापक रवि दासवानी और संरक्षक विक्की चौधरी (नेता प्रतिपक्ष, नगरपालिका खैरथल) ने बताया कि यह सहायता सुभाष नगर कॉलोनी, वार्ड नंबर 20 में रहने वाले एक गरीब सिख परिवार को दी गई है। यह परिवार बेहद जरूरतमंद है — पिता दिव्यांग हैं और मां घर-घर जाकर काम करती हैं ताकि परिवार का गुजर-बसर हो सके। ऐसे में दो बेटियों की शादी उनके लिए एक बड़ी आर्थिक चुनौती बन गई थी।
दोनों बेटियों की शादियाँ क्रमशः 13 और 26 अक्टूबर को तय हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए रोटी बैंक की टीम ने दानदाताओं के सहयोग से इस आर्थिक सहायता को भेंट किया।
रवि दासवानी ने कहा — “हमारा उद्देश्य केवल किसी एक परिवार की मदद करना नहीं, बल्कि समाज में यह भावना जगाना है कि जरूरतमंदों के लिए हर व्यक्ति कुछ कर सकता है। अगर हम सब मिलकर ऐसे परिवारों का सहारा बनें, तो कोई भी बेटी बिना सम्मान के घर से विदा नहीं होगी।”
संरक्षक विक्की चौधरी ने भी कहा कि रोटी बैंक का उद्देश्य सिर्फ रोटी बांटना नहीं है, बल्कि ‘खुशियां बांटना’ है। उन्होंने समाज के सक्षम लोगों से अपील की कि वे आगे आएं और इस प्रकार के नेक कार्यों में हाथ बंटाएं।
संस्था के कोषाध्यक्ष विक्की कोशलानी, सदस्य वीरसिंह ढिल्लन, करण सैन, राजेंद्र मिस्री भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
छह वर्षों से सेवा की निरंतर परंपरा
रोटी बैंक, खैरथल की शुरुआत 29 अक्टूबर 2019 को रवि दासवानी द्वारा की गई थी। तब से यह संस्था लगातार गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध करवा रही है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर रोटी बैंक के कार्यकर्ता नियमित रूप से गरीबों को खाना वितरित करते हैं।
अब यह संस्था 29 अक्टूबर 2025 को अपने छह वर्ष पूरे करने जा रही है। छह वर्षों की इस यात्रा में रोटी बैंक ने न सिर्फ भोजन वितरण बल्कि चिकित्सा सहायता, परिधान वितरण और सामाजिक सहायता के कई कार्य भी किए हैं।
सामाजिक योगदान का संदेश
संस्था का मानना है कि समाज तभी मजबूत बनता है जब हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार दूसरों की मदद करे। रवि दासवानी ने कहा कि — “रोटी बैंक किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि हर उस संवेदनशील हृदय की संस्था है जो यह मानता है कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है।”
उन्होंने बताया कि जो भी लोग इन बेटियों की शादी में योगदान देना चाहते हैं, वे रोटी बैंक, खैरथल से संपर्क कर सकते हैं।
इस तरह रोटी बैंक खैरथल ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि सच्ची सेवा वही है जो बिना किसी स्वार्थ के जरूरतमंद के चेहरे पर मुस्कान लाए।