तिजारा। तिजारा कस्बे में सरकारी अस्पताल के सामने वर्षों से छोले-भटूरे की रेहड़ी लगाकर जीविका चला रहे महावीर सैनी की रेहड़ी में सोमवार देर रात आग लग गई। इस हादसे में रेहड़ी सहित सारा सामान जलकर राख हो गया। पीड़ित महावीर ने करीब दो लाख रुपए के नुकसान का अनुमान जताया है।
महावीर सैनी (निवासी वार्ड 10, तिजारा) ने बताया कि 9 जून को शाम करीब 4:30 बजे वह रोज़ की तरह अपनी रेहड़ी बंद कर ताला लगाकर घर चले गए थे। सुबह करीब 5 बजे जब वे दोबारा अपनी रेहड़ी पर पहुंचे, तो देखा कि रेहड़ी जलकर पूरी तरह नष्ट हो चुकी थी।
रेहड़ी में रखे गए चार सिल्वर के बड़े भगोने, पांच मूढ़ी, चार प्लास्टिक स्टूल, दो लकड़ी की बेंच, एक तख्त, दो पानी के कैम्पर, चार बाल्टी, एक फ्रिज, सिल्वर का बड़ा तसला, चिमचे, गिलास, डिब्बे, रिफाइंड तेल, आटा, मेवा, गल्ला, बांस की सरकी, बल्ली, तिरपाल आदि सामान पूरी तरह जल गए।
पीड़ित के अनुसार, आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला है कि रात करीब 12:30 बजे किसी अज्ञात व्यक्ति ने रेहड़ी में आग लगाई, संभवतः किसी ज्वलनशील पदार्थ का प्रयोग कर।
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। प्रार्थी की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, तथा आगजनी के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित महावीर सैनी को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, जिससे वह फिर से अपने परिवार के भरण-पोषण का साधन खड़ा कर सके।