राजस्थान में अपराध तिगुनी दर से बढ़ रहे हैं, रोजाना हत्याएं, फायरिंग और लूटपाट की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन देश के गृहमंत्री राज्य की कानून व्यवस्था पर ध्यान देने के बजाय पर्ची पर मुहर लगाने में व्यस्त हैं
अलवर | मिशन सच न्यूज़
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के प्रदेश दौरे पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराध तिगुनी दर से बढ़ रहे हैं, रोजाना हत्याएं, फायरिंग और लूटपाट की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन देश के गृहमंत्री राज्य की कानून व्यवस्था पर ध्यान देने के बजाय पर्ची पर मुहर लगाने में व्यस्त हैं।
जूली ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस व्यक्ति के पास देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वह राज्यों की वास्तविक स्थिति पर मौन साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अच्छा होता यदि अमित शाह सीजेआई पर जूता उछालने, दलित आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या या उत्तर प्रदेश में वाल्मीकि समाज के हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या जैसे मामलों पर कुछ बोलते।
प्रदेश में अपराध बेलगाम, सरकार नाकाम
अलवर में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में जूली ने कहा कि प्रदेश में अपराध की स्थिति बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा अपराधी खुलेआम गोलीबारी कर रहे हैं, व्यापारियों से लूट हो रही है, और आम आदमी भय के साए में जी रहा है। कड़े उतारने के लिए लोगों के पैर काटे जा रहे हैं, लेकिन सरकार खामोश है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में हर रोज नई घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन कानून व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा। जूली ने कहा अपराध की दर दोगुनी नहीं, तिगुनी गति से बढ़ रही है। यह सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आज हालात ऐसे हैं कि सीनियर आईपीएस अधिकारी भी आत्महत्या करने को मजबूर हैं। जूली ने कहा जब प्रशासनिक स्तर पर असंतोष और मानसिक दबाव इतना बढ़ जाए कि अधिकारी अपनी जान दे दें, तो यह सरकार के लिए शर्म की बात है।
एमओयू और विकास के दावे हवा में
टीकाराम जूली ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे प्रदेश की भाजपा सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं, जबकि जमीन पर हालात बिल्कुल अलग हैं। उन्होंने कहा, अमित शाह कह रहे हैं कि सात लाख करोड़ रुपये के एमओयू को धरातल पर उतार दिया गया है। जबकि खुद सरकार ने 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू का दावा किया था। जब राजस्थान का बजट ही 3 लाख 80 हजार करोड़ और प्रदेश की जीडीपी 19 लाख करोड़ रुपये है, तो ऐसे दावे जनता के साथ छलावा हैं। जूली ने कहा कि गृहमंत्री को प्रदेश की जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए, न कि आंकड़ों के खेल से भ्रम फैलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज किसानों को उनके फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा, बेरोजगार नौजवान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और व्यापारी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। यह विकास नहीं, दिखावा है।
कानून व्यवस्था पर गृहमंत्री की चुप्पी सवाल खड़े करती है
टीकाराम जूली ने कहा कि जब देश में न्यायपालिका पर हमले हो रहे हैं, दलित अधिकारी आत्महत्या कर रहे हैं, और यूपी जैसे राज्यों में दलित समाज के लोगों को पीट-पीटकर मार दिया जाता है, तब गृहमंत्री की चुप्पी यह दिखाती है कि सरकार संवेदनहीन हो चुकी है। उन्होंने कहा, गृहमंत्री को सिर्फ राजनीतिक मंचों पर तालियां बजवाने की चिंता है। अगर वे जनता की आवाज सुनते, तो आज देश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर होती।
अंता उपचुनाव में कांग्रेस की भारी जीत तय
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अंता विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया भारी बहुमत से जीतेंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा को वहां उम्मीदवार तक नहीं मिल रहा है। जूली ने कहा जनता भाजपा सरकार के दो साल और कांग्रेस सरकार के पांच साल की तुलना कर रही है। सबको पता चल गया है कि भाजपा के वादे खोखले हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में जनता के हित में अनेक योजनाएं शुरू की गईं, जबकि भाजपा सरकार ने केवल घोषणाओं और आंकड़ों की राजनीति की है। उन्होंने कहा जनता अब सब समझ चुकी है। अंता उपचुनाव में परिणाम साफ संदेश देगा कि झूठे दावों की राजनीति अब नहीं चलेगी।
जनता से हकीकत पूछो, खुद जवाब मिल जाएगा
जूली ने कहा कि अगर अमित शाह जनता से खुद जाकर पूछें कि वे मौजूदा सरकार को कितने नंबर देते हैं, तो उन्हें हकीकत पता चल जाएगी। उन्होंने कहा प्रदेश में भाजपा सरकार की नीतियों से लोग परेशान हैं। किसानों से लेकर युवाओं तक सबके चेहरे पर निराशा झलक रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज बनेगी और हर मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब सत्ता में बैठे लोग जवाबदेह बनें और जनता के हितों को सर्वोपरि रखें।