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    बिजली विभाग की लापरवाही से दो कांवड़ियों की मौत, एक दर्जन घायल , ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

    राजगढ़ (अलवर), लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र।
    क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब बिचगांव सड़क मार्ग के समीप कांवड़ियों का एक जत्था बिजली के ढीले तारों की चपेट में आ गया। विधुत विभाग की घोर लापरवाही के चलते बिजली के तारों में करंट प्रवाहित हो रहा था, जिससे दो कांवड़ियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब एक दर्जन कांवड़िये गंभीर रूप से झुलस गए।

    घटना की जानकारी मिलते ही लक्ष्मणगढ़ तहसीलदार ममता कुमारी प्रशासनिक टीम के साथ गढ़ी सवाईराम सीएचसी पहुंचीं और घायलों के उपचार की जानकारी ली। इस दौरान तहसीलदार ने कहा, “मेरी जानकारी में अब तक यह नहीं आया है कि ग्रामीणों ने बिजली के ढीले तारों को लेकर कोई पूर्व में शिकायत दी हो। फिर भी हम इसकी जांच करवाएंगे।”

    इस दर्दनाक हादसे के बाद ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने बिचगांव में सड़क जाम कर दिया और बिजली विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम लोगों को शांत कराने के प्रयास में जुटी रही।

    दोनों मृतकों के शव को लक्ष्मणगढ़ सीएचसी की मोर्चरी में रखा गया है, जबकि घायलों का इलाज गढ़ी सवाईराम सीएचसी में जारी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

    मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन मंत्री संजय शर्मा अलवर रवाना, करंट हादसे में घायलों का लेंगे हालचाल


    बिचगांव (लक्ष्मणगढ़) में कांवड़ियों के करंट हादसे को लेकर प्रदेश सरकार ने गंभीर रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा बुधवार दोपहर सचिवालय से सीधे अलवर के लिए रवाना हुए हैं। मंत्री शर्मा राजधानी में स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी की बैठक ले रहे थे, लेकिन जैसे ही हादसे की सूचना मिली, उन्होंने बैठक स्थगित कर तुरंत अलवर के लिए कूच किया।

    मुख्यमंत्री और वन मंत्री दोनों अलवर प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों को सर्वोत्तम उपचार और राहत मिलनी चाहिए, साथ ही घटना की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

    गौरतलब है कि बुधवार को लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के बिचगांव में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ढीले तारों में करंट प्रवाहित हो गया, जिससे दो कांवड़ियों की दर्दनाक मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए।

    वन मंत्री संजय शर्मा के अलवर पहुंचते ही वे सीएचसी गढ़ी सवाईराम और लक्ष्मणगढ़ अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल लेंगे और घटना की वस्तुस्थिति की समीक्षा करेंगे।

    प्रदेश सरकार द्वारा इस दुखद घटना को लेकर त्वरित संवेदनशीलता दिखाते हुए राहत कार्यों की निगरानी के लिए वरिष्ठ स्तर पर जिम्मेदारी सौंपना यह संकेत देता है कि जनता की सुरक्षा और सेवा सरकार की प्राथमिकता है।

    प्रशासन की प्रतिक्रिया:

    ममता कुमारी, तहसीलदार, लक्ष्मणगढ़
    “बिजली विभाग की लापरवाही यदि सामने आती है, तो जांच के बाद नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हमारी प्राथमिकता घायलों का इलाज और पीड़ितों को राहत पहुंचाना है।”

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