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    Homeराजस्थानअलवरमुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान: "हरयाळो राजस्थान" के तहत खैरथल- भिवाड़ी में हरियाली की लहर

    मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान: “हरयाळो राजस्थान” के तहत खैरथल- भिवाड़ी में हरियाली की लहर

     भिवाड़ी नगर वन में 50,000 पौधे, हरियाली तीज पर होगा वन महोत्सव
    खैरथल। मुख्यमंत्री  भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान – “हरयाळो राजस्थान” के तहत खैरथल-तिजारा में व्यापक स्तर पर पौधारोपण की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश को हरित और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में अग्रसर करने हेतु चल रहे इस महाअभियान के अंतर्गत हरियाली तीज (27 जुलाई) के अवसर पर राज्यभर में 2.5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से केवल खैरथल-तिजारा जिले में 3.5 लाख पौधे लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
    इस अभियान का मुख्य आकर्षण भिवाड़ी स्थित प्रस्तावित नगर वन ‘ए’ में मियावाकी पद्धति से 50,000 पौधों का रोपण रहेगा। यहां वन महोत्सव का भव्य आयोजन भी किया जाएगा, जो आमजन को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करेगा।
    राजस्थान को हरित प्रदेश बनाने का संकल्प
    राजस्थान, जो अब तक मरुस्थलीय भूमि, कम वनावरण और जल संकट जैसी समस्याओं से जूझता रहा है, अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दूरदर्शी सोच और सतत प्रयासों के चलते हरित प्रदेश बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। बजट वर्ष 2024-25 में घोषित “हरयाळो राजस्थान” मिशन के तहत 10 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है।
    बीते वर्ष 7 अगस्त 2024 को इस अभियान के पहले चरण की शुरुआत हुई थी, जिसमें 7 करोड़ पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया गया था। इस अभियान की दूसरी शुरुआत भी 7 अगस्त को हरियाली तीज पर हुई, जब मुख्यमंत्री ने दूदू जिले के गाड़ोता में पीपल का पौधा लगाकर “हरयाळो राजस्थान” के दूसरे चरण का शुभारंभ किया।
    डिजी-वन पोर्टल से पारदर्शिता और निगरानी
    राज्य में हो रहे वृक्षारोपण की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और पौधों की देखरेख को प्रभावी बनाने के लिए 21 मार्च 2025 को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा “डिजी-वन पोर्टल” का शुभारंभ किया गया। यह पोर्टल न केवल वृक्षारोपण की प्रगति को ट्रैक करता है बल्कि उसकी मॉनिटरिंग के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है। यह देश की पहली ऐसी पहल है, जो जनसहभागिता और तकनीक के समन्वय से पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा देती है।
    जिला स्तरीय लक्ष्य और प्रगति
    जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने जानकारी दी कि खैरथल-तिजारा जिले के लिए 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिनमें से अब तक 1,44,826 पौधे रोपे जा चुके हैं। इसके अलावा 5 लाख गड्ढे अग्रिम मृदा कार्य के तहत तैयार किए गए हैं, जिससे आने वाले दिनों में रोपण की प्रक्रिया और तेज होगी।
    हरियाली तीज के अवसर पर जिले को 2 लाख पौधों का राज्य स्तरीय लक्ष्य मिला है, लेकिन जिले की तैयारियां इससे भी आगे निकल गई हैं – 3.5 लाख पौधे रोपने की कार्य योजना बनाई गई है।
    भव्य आयोजन और मंत्री की उपस्थिति
    शनिवार को कृषि उपज मंडी, खैरथल-तिजारा में वृक्षारोपण अभियान का विशेष आयोजन होगा, जिसमें प्रभारी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की गरिमामयी उपस्थिति में 1100 पौधे रोपे जाएंगे। इस दौरान वे राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं, विभिन्न विभागों की विशेष उपलब्धियों और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे।
    समाज की भागीदारी जरूरी
    जिला प्रशासन ने वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए निजी संस्थानों, औद्योगिक इकाइयों, स्वयंसेवी संगठनों और आमजन से सक्रिय भागीदारी की अपील की है। जिला कलेक्टर किशोर कुमार ने कहा कि “हरयाळो राजस्थान” केवल सरकार का अभियान नहीं, बल्कि यह जन आंदोलन बन चुका है, जिसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है।
    पर्यावरण के साथ विकास
    यह महाअभियान न केवल वृक्षारोपण तक सीमित है, बल्कि इसके व्यापक सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी हैं। हरित क्षेत्र के विस्तार से जहां जैव विविधता का संरक्षण होगा, वहीं इससे जलवायु परिवर्तन की समस्याओं को नियंत्रित करने, शहरी क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने, और रोजगार सृजन जैसे अनेक पहलुओं में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
    मियावाकी तकनीक: कम स्थान में अधिक हरियाली
    भिवाड़ी नगर वन में अपनाई जा रही मियावाकी पद्धति जापान में विकसित की गई एक नवीन तकनीक है, जिसके माध्यम से कम क्षेत्रफल में सघन पौधारोपण किया जाता है। इससे कुछ ही वर्षों में प्राकृतिक वन तैयार हो जाता है, जो स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाता है।

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