बानसूर में आयोजित अंत्योदय संबल शिविर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगला पशु बीमा योजना के तहत पहली लाभार्थी को चेक सौंपा।
कोटपूतली-बहरोड़। राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले की तहसील बानसूर के ग्राम गिरुड़ी में 4 जुलाई 2025 को आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा शिविर के अवसर पर राज्य सरकार ने सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की दिशा में एक और अहम कदम बढ़ाया।
इस शिविर में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत राज्य की पहली लाभार्थी श्रीमती पूजा देवी को 40,000 रुपये की बीमा राशि का सांकेतिक चेक प्रदान किया। यह अवसर केवल पूजा देवी के लिए ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि यह योजना देश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर पशुपालकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में शुरू की गई है।
क्या है मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना?
मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का उद्देश्य राज्य के पशुपालकों को उनके बीमित पशु की मृत्यु की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा देना है। योजना के अंतर्गत प्रति पशु 4,000 रुपये से 40,000 रुपये तक का बीमा कवर उपलब्ध करवाया जा रहा है। योजना में गाय, भैंस, बकरी, भेड़ और ऊंट जैसे दुधारू और उपयोगी पशुओं को शामिल किया गया है।
अब तक इतने पशुओं का हुआ पंजीकरण
इस अवसर पर जानकारी देते हुए राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग, अलवर के संयुक्त निदेशक डॉ. संजीव कुमार दास ने बताया कि अब तक 7.72 लाख जनाधार धारकों के 16.75 लाख पशुओं का पंजीकरण किया जा चुका है। इनमें से 11 लाख पशुओं के हेल्थ सर्टिफिकेट भी जारी हो चुके हैं। इसके अलावा, 8.04 लाख पशुओं की सर्वे प्रक्रिया पूर्ण कर बीमा पॉलिसी भी जारी की जा चुकी है।
जिला कलेक्टर ने बताया गौरव का क्षण
इस मौके पर जिला कलेक्टर श्रीमती प्रियंका गोस्वामी ने इस योजना को कोटपूतली-बहरोड़ जिले के लिए गौरव का क्षण बताते हुए इसे राज्य सरकार की पशुपालकों के आर्थिक कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक कहा।
शिविर में मौजूद रहे कई अधिकारी
कार्यक्रम के दौरान राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग, अलवर के श्री शैलेन्द्र शर्मा, श्री लोकेश वशिष्ठ, श्री कनिष्क और श्री ओम गुर्जर सहित कई अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे। सभी ने इस अवसर को ऐतिहासिक और सामाजिक सरोकार से जुड़ा बताते हुए योजना की सफलता के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगी योजना
राज्य सरकार की यह योजना ग्रामीण विकास और पशुपालकों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। बीमा राशि मिलने से अब पशुपालकों को अपने पशु की आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में वित्तीय संकट से उबरने में मदद मिलेगी।
राज्य सरकार ने इसके माध्यम से पशुधन को संरक्षित करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की है।