केन्द्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भिवाड़ी में 12 वें इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर का उदघाटन किया, इस तीन दिवसीय इस बी2बी इंडस्ट्रियल फेयर में 327 स्टॉल्स पर विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा
मिशन सच न्यूज़, भिवाड़ी। भिवाड़ी में शुक्रवार से 12वां इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर (आईआईएफ-2025) भव्य रूप से शुरू हुआ। तीन दिवसीय इस बी2बी इंडस्ट्रियल फेयर में 327 स्टॉल्स पर विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि “स्वदेशी का मतलब केवल चरखा और हस्तशिल्प नहीं, बल्कि आज भारत स्वदेशी की ताक़त से चंद्रमा तक पहुंच चुका है। कोविड काल में स्वदेशी वैक्सीन ने 140 करोड़ भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की और यही आत्मनिर्भरता का मंत्र है।”
विकसित भारत के लिए स्वदेशी जरूरी
यादव ने कहा कि भारत ने आर्थिक क्षमता को बढ़ाकर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान प्राप्त किया है। हवाई अड्डों की संख्या 67 से बढ़कर 167 हो चुकी है और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से एनएच-8 व एक्सप्रेसवे के जुड़ने की योजना पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों को इंस्पेक्टर राज से मुक्ति दिलाने और ग्रीन क्रेडिट नीति लागू करने के लिए सरकार लगातार सुधार कर रही है।
उद्यमियों को मिलेगा आत्मविश्वास
मंत्री ने बताया कि नई व्यवस्था में उद्योगों को पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए पारदर्शी ऑडिट सिस्टम दिया जाएगा। जीएसटी सुधारों से ट्रैक्टर 70 हजार और कार 20 हजार रुपये तक सस्ती हुई हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी पहले से कम कीमत पर उपलब्ध हो रही हैं।
लघु उद्योगों की भूमिका अहम
उन्होंने भिवाड़ी डेवलेपमेंट अथॉरिटी के गठन, स्वच्छ भिवाड़ी के लिए जलभराव की समस्या के समाधान और क्षेत्र में स्किल डेवलेपमेंट सेंटर शुरू करने की घोषणा की। इससे स्थानीय युवाओं को उद्योगों के लिए प्रशिक्षित कर रोज़गार उपलब्ध कराया जाएगा।
परंपरा और भविष्य का संगम
लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री प्रकाशचंद्र ने कहा कि भारत की पहचान सदियों से उद्यमिता और उत्कृष्ट निर्माण परंपरा रही है। हमारे पूर्वजों ने अपने हुनर से देश को समृद्ध बनाया, जबकि आक्रांताओं और अंग्रेजों ने केवल लूटा। उन्होंने कहा कि अब हमें “वोकल फॉर लोकल” के साथ-साथ गुणवत्तापरक निर्यात को बढ़ावा देना होगा।
चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत की प्रगति
उन्होंने कहा कि पराधीनता के दौर में भारत पिछली तीन औद्योगिक क्रांतियों में पिछड़ा रहा, लेकिन चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत तेज़ी से आगे बढ़ा है। अब समय है कि छोटे उद्योग आपसी सहयोग और कंसोर्टियम के ज़रिए वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करें।
अन्य वक्ताओं के विचार
बानसूर विधायक देवीसिंह शेखावत ने कहा कि लघु उद्योग भारती उद्यमियों की समस्याओं के समाधान में अहम भूमिका निभा रही है। तिजारा विधायक बाबा बालकनाथ ने कहा कि ऐसे इंडस्ट्रियल फेयर आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में कारगर हैं।
प्रदर्शनी में विविध उत्पाद
आईआईएफ में मशीनरी, ऑटोमोबाइल्स, इंजीनियरिंग, कृषि, टेक्सटाइल्स, इलेक्ट्रिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और पैकेजिंग सहित कई क्षेत्रों की कंपनियों ने अपने उत्पाद प्रदर्शित किए। जिला उद्योग केंद्र ने “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी)” योजना के अंतर्गत 30 स्टॉल भी लगाए हैं।
इस मौके पर जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, प्रदेश महासचिव सुधीर गर्ग, जयपुर अंचल अध्यक्ष महेंद्र मिश्रा, सचिव सुनीता शर्मा सहित बड़ी संख्या में उद्यमी मौजूद रहे।