अहमदाबाद शहर में 27 जून को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ की 148 वीं रथयात्रा अपने परंपरागत तरीके और परंपरागत रूट से ही निकलेगी। रथयात्रा की अगुवाई हर वर्ष की तरह श्रृंगारित 18 गजराज ही करेंगे। रथयात्रा में भारतीय संस्कृति की झांकियों से युक्त 101 ट्रक भी शामिल होंगे।रथयात्रा की तैयारियों को लेकर सोमवार को श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट के न्यासी महेंद्र झा ने संवाददाताओं को बताया कि ट्रस्ट कमेटी के आवेदन को ध्यान में रखकर शहर पुलिस ने रथयात्रा के लिए मंजूरी दे दी है। यात्रा के दौरान सबसे आगे 18 गजराज चलेंगे। इसके बाद संस्कृतियों को दर्शाने वाली झांकियों वाले 101 ट्रक होंगे। उसके पीछे 30 अखाड़े, 18 भजन मंडिलियां, 03 बैंड बाजे भी चलेंगे। 1200 खलासी और देश के विधि भागों से आने वाले लगभग ढाई हजार साधु संत भी रथयात्रा का हिस्सा रहेंगे।
रथयात्रा की पहिंद विधि करेंगे मुख्यमंत्री
ऐतिहासिक रथयात्रा की पहिंद विधि हर साल की तरह इस साल भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल करेंगे। वे रथ को खींच कर शुभारंभ करवाएंगे। रथयात्रा के दिन मंगला आरती के बाद आदिवासी नृत्य और रास गरबा का आयोजन भी होगा।
प्रसाद में 30 हजार किलो मूंग का होगा वितरणरथयात्रा के दिन प्रसाद में 30 हजार किलो मूंग के प्रसाद को वितरित किया जाएगा। 500 किलो जामुन, 500 किलो आम, 400 किलो ककड़ी तथा दो लाख उपर्णा (खेस) भी प्रसाद स्वरूप वितरित किए जाएंगे।
नेत्रोत्सव विधि कल
रथयात्रा के उपलक्ष्य में होने वाली नेत्रोत्सव विधि बुधवार को होगी। आठ बजे पूजा की विधि की जाएगी। इसके बाद साढ़े नौ बजे ध्वजा रोहण की विधि होगी जिसमें मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल रहेंगे। इसके अलावा मंत्री ऋषिकेश पटेल, बलवंतसिंह राजपूत, हर्ष संघवी, अहमदाबाद की महापौर प्रतिभा जैन भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इसके बाद 11 बजे संतो के सम्मान के दौरान मुख्य तिथि के रूप में पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल मौजूद रहेंगे।
26 को होंगे ये कार्यक्रम
थयात्रा से एक दिन पहले गुरुवार को सुबह दस बजे सोनावेश दर्शन का आयोजन होगा। इसके बाद साढ़े दस बजे तीनों रथों की पूजा विधि की जाएगी। 11 बजे गजराजों की पूजा होगी। शाम छह बजे विशिष्ट पूजा होगी जिसमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहेंगे। रात आठ बजे महाआरती होगी।
एक करोड़ रुपए का हुआ बीमा
रथयात्रा के दिन जगन्नाथ मंदिर में बड़ी संख्या में लोग उमड़ते हैं। उसे देखते हुए एक करोड़ रुपए का बीमा कराया गया है। उन्होंने बताया कि 96 लाख रुपए की कीमत से तीन रथों को नए सिरे से दो साल पहले तैयार किया गया है।