अलवर. मिनी सचिवालय में चल रही जिला स्तरीय जनसुनवाई में गुरुवार को अजीबों गरीब नजारा देखने को मिला जिससे वहां मौजूद अधिकारी सकपका गए। वार्ड 25 के लोग अतिक्रमण की समस्या को लेकर 25 बार जिला कलक्टर मिलें, पर समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
गुरुवार को चल रही जिला स्तरीय जनसुनवाई में वार्ड 25 के लोग जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण की समस्या का निराकरण करने में फेल रहने पर स्मृति चिन्ह लेकर आए और जिला कलक्टर व नगर निगम आयुक्त को देकर जन सुनवाई की हकीकत का आइना दिखा दिया। खास बात यह कि इस अतिक्रमण को हटाने के लिए क्षेत्र के लोग पिछले तीन कलक्टरों को भी दे चुके हैं, लेकिन अतिक्रमी जिला प्रशासन से बड़ा साबित हुआ।
शहर के वार्ड 25 निवासी प्रीतम सिंह ने बताया कि जिला स्तरीय जनसुनवाई में क्षेत्र के लोग कलक्टर व नगर निगम आयुक्त के लिए स्मृति चिन्ह यह लिखकर लाए कि परिवाद का निस्तारण 25 बार में भी नहीं हो सका। इसलिए जिला कलक्टर व नगर निगम आयुक्त को स्मृति चिन्ह देना चाहिए। प्रीतम सिंह ने बताया कि क्षेत्र के लोग वार्ड 25 में नाले पर अतिक्रमण का परिवाद देने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो सका। इतना ही प्रशासन की ओर से सम्पर्क पोर्टल पर समस्या का समाधान नहीं होने के बावजूद झूठी रिपोर्ट देकर सरकार को भी गुमराह किया जा रहा है। जबकि अब तक लाल डिग्गी के पास प्लाट नंबर 6 के बाहर अतिक्रमण अभी तक नहीं हटाया जा सका है। इस समस्या का परिवाद पहले तीन कलक्टरों को भी दिया जा चुका है। प्रीतम सिंह ने जिला कलक्टर आशीष गुप्ता को बताया कि यह परिवाद पहले जिला कलक्टर रहे जितेन्द्र सोनी, पुखराज सेन, शिव प्रसाद नकाते को भी बता चुके हैं। लेकिन नगर निगम कार्रवाई करने के बजाय अतिक्रमण करने वालों की मदद करता है। सम्पर्क पोर्टल पर भी समस्या के निराकरण को लेकर चार अलग— अलग जवाब देकर सरकार को गुमराह किया गया है। उन्होंने कहा कि 25 बार परिवाद देने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं होने पर वार्ड 25 के लोग प्रशासन पर गौरवान्वित है और प्रशासन की इस गौरवशाली कार्यशैली की प्रशंसा में स्मृति चिन्ह दे रहे हैं। हालांकि कलक्टर ने यह स्मृति चिन्ह लेने से मना कर दिया