अहमदाबाद/केवडिया: मध्य प्रदेश और गुजरात में अच्छी बारिश से सरदार सरोवर डैम छलक गया है। इसी के साथ पूरे गुजरात में जश्न है। गुजरात की प्यास बुझाने वाले इस डैम के भरने और छलकने का इंतजार पूरे साल रहा है। इस बार डैम के दरवाजे जल्दी खुल गए हैं। सरदार सराेवर को गुजरात की लाइफलाइन माना जाता है। इस डैम ने निकले वाली नर्मदा कैनाल राज्य के बड़े हिस्से में पानी की आपूर्ति पूरे साल करती है। मानसून के इस सीजन में पहली बार नर्मदा डैम के 23 दरवाजे खोले गए हैं। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि सरदार सरोवर नर्मदा डैम का जलस्तर अधिकतम स्तर में प्रवेश कर गया था।
अभी क्या है जलस्तर की स्थिति?
आधिकारिक बयान के अनुसार फिलहाल नर्मदा डैम का जलस्तर 135.93 मीटर पर पहुंच गया है। पिछले 24 घंटों में 40 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऊपरी इलाकों से 5,30,291 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। 23 गेट 2.50 मीटर तक खोले गए। इन गेटों से नर्मदा नदी में 4,46,451 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसी के साथ दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का नजारा दिलकश हो गया है। गुजरात के लोग इस पल के लिए पूरे साल इंतजार करते हैं। ऐसा होने पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (State of Unity) जाने वाले टूरिस्ट की संख्या भी बढ़ जाती है।
30 गांवों के लिए अलर्ट जारी
सरदार सराेवर डैम के गेट खोलने के बाद नर्मदा नदी में जलस्तर ऊपर आ गया है। इसके बाद दोनों किनारों पर प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। सरदार सरोवर डैम की अधिकतम जलस्तर क्षमता 138.68 मीटर है।नर्मदा डैम अब 90 प्रतिशत भर चुका है। भुरुच, नर्मदा और वडोदरा जिले के नर्मदा नदी किनारे स्थित 30 गांवों को अलर्ट जारी किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सरदार सरोवर डैम के भरने और इसके तमाम गेट खोलने के मौके पर संदेश साझा करते आए हैं। पीएम मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुए ही सरदार सरोवर डैम की ऊंचाई बढ़ाने का काम हुआ था।