व्यापार: सोने की कीमतों में मंगलवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। घरेलू वायदा बाजार में सोना 458 रुपये चढ़कर पहली बार 1,10,047 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। यह बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आई तेजी और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के चलते आई है।
एमसीएक्स पर सोने का रिकॉर्ड स्तर
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने का वायदा भाव 458 रुपये या 0.41% बढ़कर 1,10,047 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। वहीं, अक्तूबर डिलीवरी वाले सबसे ज्यादा कारोबार किए जाने वाले कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 482 रुपये या 0.44% उछलकर 1,09,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में तेजी
वहीं विदेशी बाजारों में भी सोना नए शिखर पर पहुंच गया। अमेरिकी बाजार कॉमेक्स में दिसंबर डिलीवरी वाला सोना 3,694.75 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
क्यों बढ़ा सोने का दाम?
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के अनुसार, पिछले हफ्ते अमेरिका के कमजोर रोजगार आंकड़े जारी हुए। इससे यह संभावना बढ़ गई कि फेडरल रिजर्व (अमेरिकी केंद्रीय बैंक) इस साल ब्याज दरों में तीन बार कटौती कर सकता है। अगली फेडरल रिजर्व पॉलिसी बैठक में 0.25% (25 बेसिस प्वाइंट) की दर कटौती की उम्मीद की जा रही है। ब्याज दरों में कमी से सोने की मांग बढ़ती है क्योंकि सोना निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक विकल्प बन जाता है।
डॉलर की कमजोरी का असर
कमजोर अमेरिकी डॉलर का सीधा फायदा सोने को मिला। जब डॉलर कमजोर होता है, तो अन्य मुद्राओं में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी मांग बढ़ती है और कीमतें ऊपर जाती हैं।
सोने का भाव बढ़ने से निवेशकों में उत्साह
तेजी से बढ़ती कीमतों के कारण निवेशकों में सोने को लेकर उत्साह बढ़ा है। कई निवेशक इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, खासकर आर्थिक अनिश्चितता के दौर में। निवेशकों के लिए यह सलाह है कि आने वाले दिनों में सोने में उतार-चढ़ाव और बढ़ सकता है।
कहां क्या पड़ेगा असर?
घरेलू बाजार में सोने के आभूषणों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वहीं आगामी त्योहारी और शादी के सीजन में ग्राहकों को महंगे सोने का सामना करना पड़ सकता है।