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    हरियाणा में खाद्य विभाग का बड़ा घोटाला: इंस्पेक्टर ने 2,427 क्विंटल सरकारी गेहूं 68 लाख में बेचकर किया गबन, खुलासा होते ही मचा हड़कंप

    करनाल: हरियाणा के करनाल जिले के कुंजपुरा में 68 लाख का गेहूं गबन करने वाले आरोपी इंस्पेक्टर अशोक शर्मा को पुलिस ने मंगलवार को शाहबाद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि कुंजपुरा सेंटर पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर अशोक शर्मा ने विभाग को 68 लाख 61 हजार 358 रुपए का चूना लगाया। यह गबन अप्रैल और मई 2025 में खरीदे गए गेहूं के स्टॉक से किया गया। जांच में सामने आया कि इंस्पेक्टर ने 50 किलो के बैगों की जगह 20 से 25 किलो के बैग भरकर स्टॉक दिखाया। वहीं शेष गेहूं मार्केट में बेचकर मुनाफा कमा लिया। विभाग के मुताबिक, अप्रैल में गेहूं स्टॉक किया गया और 10 जून तक करीब 2427 क्विंटल गेहूं मार्केट में बेच दिया गया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब शिकायत मिली कि बैगों का वजन पूरा नहीं है कुंजपुरा थाना पुलिस ने इस मामले में इंस्पेक्टर अशोक शर्मा के खिलाफ गबन की धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस के अनुसार 2427 क्विंटल गेहूं का गबन हुआ है, जिसकी कीमत 68 लाख से अधिक है। करनाल के डीएफएससी अनिल कुमार ने बताया कि जांच में साफ हुआ कि गेहूं की खरीद के समय ही कम वजन के बैग स्टॉक में लगाए गए। किसी बैग में 10 किलो कम था, तो किसी में 15 किलो कम। जब यह चोरी पकड़ में आई तो 34 कट्टों की जांच की गई, जिसमें 4902 बैग कम निकले।

    50 किलो का बैग सिर्फ 25 किलो का निकला
    गेहूं गबन की जांच हेड ऑफिस चंडीगढ़ की तरफ से गठित कमिटी ने की। इसमें अंबाला के डीएफएसओ जीतेश गोयल, कुरुक्षेत्र के एएफएसओ बृज मोहन, यमुनानगर के निरीक्षक राजीव सैनी, अंबाला के एचए संजीव के अलावा स्थानीय एएफएसओ और निरीक्षक शामिल थे। 12 अगस्त को जांच शुरू हुई। 5 सितंबर को रिपोर्ट सौंपी गई। कमिटी की रिपोर्ट के अनुसार सेंटर पर खुले में रखे गेहूं के बैग आधे वजन के थे। आरोप है कि 50 किलो का बैग सिर्फ 25 किलो का निकला। कई बैग फटे हुए भी मिले, जिनसे गेहूं निकालकर बेच दिया गया।

    आरोपी ने विभाग में कुछ पैसे जमा करवाए
    जांच यह भी सामने आया है कि आरोपी ने विभाग में कुछ पैसे जमा करवाए हैं, लेकिन कितने रुपए जमा करवाए गए हैं। विभाग का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद साफ हो जाएगा कि कितनी रकम वापस की गई है और कितना घाटा अब भी बाकी है। आरोपी को पहले ही निलंबित किया जा चुका था और अब गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच आगे बढ़ाई जाएगी। जांच में पता चला कि जब सरकार को गेहूं की डिलीवरी दी जाती थी, तो बैगों का वजन पूरा दिखाने के लिए गेहूं को पानी में भिगो दिया जाता था। इससे वजन बढ़ जाता और चोरी पकड़ी नहीं जाती। डीएफएससी अनिल कुमार ने कहा कि 4902 बैग गेहूं कम पाया गया। उन्होंने कहा कि आरोपी को पहले ही निलंबित कर दिया गया था। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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