व्यापार: सोने-चांदी की बढ़ी हुई कीमतों की वजह से खरीदार अब इससे दूर हो रहे हैं। त्योहारों के शुरुआत में ही सोने की मांग में 28 प्रतिशत गिरावट देखी जा रही है। ज्वेलर्स धनतेरस, दिवाली और भाईदूज के त्योहारों में अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए तैयारी तो कर रहे हैं, सोने की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद मांग स्थिर या फिर सीमित रहने की संभावाना के बीच अपनी रणनीति को बदल रहे हैं। इसमें हल्के वजह के गहनों को लेकर तैयारी अभी से शुरू कर दी है। ज्वेलर्स 14,18 और 22 कैरेट के गहनों पर अधिक ध्यान दे रह हैं। रिटेल ज्वेलर्स कंपनियां भी त्योहारों के लिए हल्के वजन के आभूषणों, जबकि शादी ब्याह के लिए 22 से 24 कैरेट सोने के आभूषण कलेक्शन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
मांग 28 प्रतिशत घटकर 50 टन रह गई
इंडियन बुलियन एंड ज्वेलरी एसोसिएशन (आईबीजेए) के राष्ट्रीय सचिव सुरेंद्र मेहता कहते हैं, रक्षाबंधन, ओणम जैसे त्योहारों पर सोने की अधिक कीमतें होने की वजह से सोने की मांग पिछले साल की तुलना में 28 प्रतिशत घटकर 50 टन रह गई है। सोने की बढ़ती हुई कीमतों ने उपभोक्ता खरीदारी को प्रभावित किया है। धनतेरस और दीवाली तक मांग बढ़ने की उम्मीद बाजार को है, ज्वेलर्स बिक्री को बढ़ाने के लिए हल्के गहनों की ओर रुख कर सकते हैं।
हल्के वजन के आभूषणों की बिक्री बढ़ने की उम्मीद
होलसेल गोल्ड एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश बाफना कहते हैं, फिलहाल ज्वेलर्स त्योहारों के लिए स्टॉक कर रहे हैं। सोने-चांदी कीमते जिस तरह से बढ़ रही उसे देखते हुए ज्वेलर्स 14 और 18 कैरेट ज्वेलरी पर जोर दे रहे हैं। कनक ज्वेलर्स के पारस जैन बताते हैं, उपभोक्ताओं में हल्के गहनों की मांग है, जिसमें 9 कैरेट के सोने के आभूषणों मांग बढ़ी है। इस बार रक्षाबंधन पर सबसे अधिक मांग 5 कैरेट से लेकर 9 कैरेट आभूषण में देखने को मिली। हल्के वजन के आभूषण की बिक्री पिछले साल की तुलना में 3 गुना बढ़ गई है।
ग्राहकों लुभाने के लिए लकी ड्रॉ
जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के अध्यक्ष राजेश रोकड़े कहते हैं, हाल ही में जेम्स एंड ज्वेलरी शो आयोजन किया गया, जिसमें 25 से 30 टन सोने की खरीदारी हुई। त्योहारी सीजन से पहले घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इसका आयोजन किया गया। सोने की कीमतें जिस प्रकार से बढ़ रही हैं, उसे देखते हुए उपभोक्ताओं को लुभाने लकी लक्ष्मी ड्रॉ की शुरुआत की जा रही है।
रिटेल ज्वेलर्स भी तैयारी में जुटे
आदित्य बिड़ला ज्वेलरी इंद्रिया के सीईओ संदीप कोहली कहते हैं, हमने आगामी त्योहारों को लेकर कई कलेक्शन लॉन्च किए है। शादी ब्याह और धनतेरस के अलग-अलग अवसरों को देखते हुए आभूषणों को पेश किए जा रहे हैं। कल्याण ज्वेलर्स अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए त्योहारों के साथ शादी ब्याह व विशेष अवसरों के लिए कलेक्शन को पेश करने में जुटी है। सोने और चांदी की बढ़ी हुई कीमतों की वजहों से कंपनियों ने आगामी त्योहारों पर अपनी बिक्री को लेकर कोई जवाब नहीं दिया।
कमजोर डॉलर से सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी
कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह कहते है, डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार कमजोरी आ रही है। अगर रुपये में कुछ मजबूती आती है तो कीमते कुछ हद कम हो सकती है। घरेलू बाजार में त्योहारों और शादियों के मौसम को देखते हुए कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद मांग स्थिर रहने की संभावना है। घरेलू बाजार में सोने की कीमतें 1,12,000 रुपये में प्रति 10 ग्राम और डॉलर में 1,10,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रहे सकती है। निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत 3600 से 3700 प्रति औंस तक पहुंच सकती है।
बुधवार को सोने-चांदी की कीमतों में आई गिरावट
बता दें कि बुधवार को वायदा कारोबार में सोने और चांदी की कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से नीचे आ गईं क्योंकि व्यापारियों ने ऊंचे स्तर पर मुनाफावसूली की। इससे कीमती धातुओं में गिरावट आई, जबकि बाजारों ने संभावित ब्याज दरों में कटौती के बारे में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की सतर्क टिप्पणी को पचा लिया।