अमेरिका में नकली दवाओं की सप्लाई को लेकर दो भारतीय व्यापारियों पर कार्रवाई की गई है. अमेरिकी ट्रेज़री विभाग ने दो भारतीय व्यापारियों और एक ऑनलाइन फ़ार्मेसी पर प्रतिबंध लगाया है. दोनों पर आरोप है कि उन्होंने इंटरनेट के ज़रिए अमेरिका में नकली दवाओं और खतरनाक नशीले पदार्थों की सप्लाई की.
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, भारतीय व्यापारी सादीक अब्बास हबीब सय्यद और खिज़र मोहम्मद इकबाल शेख लंबे समय से ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप के ज़रिए नकली प्रेसक्रिप्शन पिल्स बेच रहे थे. इन गोलीयों में फेंटेनायल जैसे जानलेवा रसायन पाए गए, जिन्हें उपभोक्ता वैध दवाइयों के नाम पर खरीद रहे थे.
खिज़र शेख द्वारा संचालित KS International Traders नामक ऑनलाइन फ़ार्मेसी को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है.
अमेरिका ने क्यों की ये कार्रवाई?
दोनों भारतीय व्यापारियों पर एक्शन के बाद अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि इनसे जुड़े सभी वित्तीय लेनदेन और संपत्तियां ब्लॉक कर दी गई हैं और किसी भी अमेरिकी नागरिक या संस्था को इनके साथ कारोबार करने की अनुमति नहीं होगी.
फेंटेनायल की वजह से अमेरिका में ओवरडोज मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि नकली दवाओं का यह नेटवर्क युवा पीढ़ी के लिए गंभीर खतरा है. अमेरिकी एजेंसियों ने साफ किया है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति या संस्था को बख्शा नहीं जाएगा.
कौन है शेख और सय्यद?
खिजर शेख का जन्म 1991 में मुंबई में हुआ था. वहीं सादिक सय्यद का जन्म 1985 में हुआ था. शेख और सय्यद पर 2024 में भी ड्र्ग्स को लेकर गंभीर आरोप लग चुके हैं. उस वक्त संघीय ग्रैंड जूरी ने सिर्फ दोनों को दोषी ठहराया था.
डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद ड्र्ग्स को लेकर सख्त एक्शन लिया जा रहा है. अमेरिकी टीम ने हाल ही में वेनेजुएला से आ रही कम से कम 3 जहाज को मार गिराया है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि वेनेजुएला के जरिए ही अमेरिका में ड्रग्स भेजे जा रहे हैं.