शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर वित्त मंत्रालय ने अपने नए भवन कर्तव्य पथ स्थित कर्तव्य भवन नंबर-1 से कार्यारंभ किया
नई दिल्ली। शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर वित्त मंत्रालय ने अपने नए भवन कर्तव्य पथ स्थित कर्तव्य भवन नंबर-1 से कार्यारंभ किया। यह अवसर न केवल प्रशासनिक ढांचे में एक नए अध्याय की शुरुआत थी, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक परंपरा और आधुनिक विकास का संगम भी बना।
अलवर के आचार्य यशेश ने कराया वैदिक पूजन
भवन के शुभारंभ पर वैदिक परंपरा के अनुसार विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन अलवर के शिवाजी पार्क निवासी, भारतीय ज्योतिष विश्ववेद पीठम् के संस्थापक आचार्य यशेश के निर्देशन में हुआ। उनके साथ पाँच विद्वान वैदिक ब्राह्मण भी मौजूद रहे। शास्त्रोक्त विधि और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भवन की शुद्धि और ऊर्जा संवर्धन की प्रक्रिया सम्पन्न की गई।
नवरात्रि पर हुआ शुभारंभ
नवरात्रि जैसे शुभ पर्व पर हुए इस आयोजन ने इसे और भी विशेष बना दिया। उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने आस्था और उत्साह के साथ पूजा-अर्चना में भाग लिया और नए भवन से राष्ट्रहितकारी कार्यों की मंगलकामना की।
परंपरा और प्रगति का अद्वितीय संगम
यह आयोजन केवल धार्मिक औपचारिकता भर नहीं था, बल्कि यह इस बात का प्रतीक रहा कि भारत सरकार अपने सांस्कृतिक मूल्यों और सनातन परंपराओं से जुड़ी हुई है। नवरात्रि की नवशक्ति से प्रेरणा लेकर वित्त मंत्रालय ने राष्ट्र के आर्थिक सशक्तिकरण और समृद्धि की दिशा में और अधिक दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करने का संकल्प दोहराया।