शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण में सीएसआर की भूमिका महत्वपूर्ण: जिला कलेक्टर किशोर कुमार
मनीष मिश्रा, खैरथल-तिजारा।
जिले में “वंदे गंगा: जल संरक्षण – जन अभियान” को व्यापक जनसहभागिता देने और कॉरपोरेट सेक्टर की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला स्तरीय सीएसआर कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला रिको गेस्ट हाउस भिवाड़ी में जिला कलेक्टर किशोर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
कार्यशाला के दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के तहत शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सामाजिक कल्याण के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। उन्होंने औद्योगिक समूहों से समन्वय कर जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहयोग करने का आह्वान किया।
जल संरक्षण में दें भागीदारी
कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में सीएसआर फंडिंग के माध्यम से वृक्षारोपण, तालाब, जोहड़, पौंड, एनिकट एवं अन्य जल स्रोत निर्माण जैसे कार्यों को प्राथमिकता दी जा सकती है, जिससे जल स्तर बढ़ाने और पर्यावरण संतुलन कायम रखने में मदद मिलेगी।
सीएसआर एक्ट और संभावनाएं
जिला उद्योग अधिकारी सुरजीत सिंह खोरिया ने कंपनी एक्ट 2013 की जानकारी दी और बताया कि कंपनियों को जल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, गरीबी उन्मूलन आदि क्षेत्रों में योगदान देना आवश्यक है। उन्होंने अधिक से अधिक कंपनियों से सामाजिक क्षेत्र में निवेश करने की अपील की।
वॉटरशेड अधीक्षण अभियंता ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.2 और वंदे गंगा अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कंपनियों को जिले की चिन्हित साइट्स की जानकारी भी साझा की।
उद्योग जगत की भागीदारी
कार्यशाला में बीड़ा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अतुल प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुमित्रा मिश्रा, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित जुयाल, जीएम डीआईसी सुरजीत सिंह खोरिया, केकेआईए अध्यक्ष प्रदीप दायमा और बीसीसीआई अध्यक्ष रामनारायण चौधरी सहित जिले की प्रमुख औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।