रांची। राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में रविवार को हुई झमाझम वर्षा कहर बरपा दिया है। अचानक उमड़-घुमड़ आए काले बदरा ने करीब एक घंटे तक प्रचंड रूप दिखाया तो शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मच गया। शहर की सड़कें जहां जलमग्न हो गईं तो ग्रामीण क्षेत्रों में किसानी प्रभावित हुईं हैं।
खेतों में एक से डेढ़ फीट तक पानी लबालब भर गया है। जिससे धान के बिचरे और सब्जी की खेती को खासा नुकसान होने की सूचना है। राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में जलजमाव ने आमजनों से लेकर वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा दी है।
रविवार को हुई वर्षा ने गर्मी से राहत अवश्य दी है लेकिन, जलजमाव से कई वाहन आधे डूब गए। जिस कारण करीब दो से तीन घंटे तक शहर की रफ्तार थम सी गई।
बता दें कि शहर के कोकर, बरियातू, हरमू, धुर्वा, हिंदपीढ़ी, वार्ड नंबर 36 पीपर टोली, तारानगर आवासीय परिसर स्थित पंच मंदिर परिसर के सामने, डीफ एंड डंब बच्चों के स्कूल में, अरगोड़ा चौक स्थित एक रेस्टोरेंट समेत निचले क्षेत्रों के घरों में पानी प्रवेश कर गया।
करीब दो घंटे की वर्षा से निवारणपुर में स्वर्णरेखा नदी ने अपना विकराल रूप ले लिया। अरगोड़ा कटहल मोड़ रोड स्थित तारानगर आवासीय परिसर स्थित पंच मंदिर परिसर के सामने स्थित गार्ड वाल बाघा बॉर्डर पूरी तरह से डूब गया, मंदिर में पानी घुस गया। इस जलजमाव के बाद क्षेत्र के लोगों ने गार्ड वाल वाघा बॉर्डर को ऊंचा करने की मांग की है।
वहीं, सेवा सदन पथ स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर एवं माहेश्वरी भवन में नाले का गंदा पानी प्रवेश कर गया। बाहर खड़ा अधिकतर वाहन पानी की चपेट में आ गए। लोगों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से शहर की यही स्थिति है। नगर निगम के द्वारा वर्षा से पूर्व नाले की साफ सफाई नहीं कराए जाने का खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ता है।
लोगों ने कहा कि बार बार अनुरोध किए जाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हो रहा है। मंदिर की पवित्रता से लेकर लोगों की दुकानों और कार्यालय में बहुत नुकसान हो रहा है। डोरंडा गौरीशंकर नगर, गुरु नानक स्कूल के पास पीपी कंपाउंड और वार्ड नंबर 24 की सड़कों पर भी जलजमाव की सूचना मिल रही है।
वहीं सरकारी बस स्टैंड का हाल बेहाल हो गया है ,पूरे परिसर में वर्षा का पानी भर चुका है, गंदगी इसी पानी में इधर से उधर फैल रही है, जिससे बस यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। यही हाल रांची रेलवे स्टेशन का भी हो गया है।
26 जून तक वर्षा और बिजली गिरने की संभावना
पूरे राज्य में मानसून की सक्रियता ने आमजनों की परेशानी बढ़ा दी है। राज्य के सभी जिलों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से पूरे राज्य में हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची से जारी पूर्वानुमान की बात करें तो 23 जून को राज्य के उत्तर पूर्वी क्षेत्र यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, साहिबगंज, धनबाद और गिरिडीह में कहीं कहीं भारी वर्षा होने और बिजली गिरने की संभावना है, इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं, 24 और 25 जून को दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला खरसावां के अलावे उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
26 जून को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में मेघगर्जन के साथ बिजली गिरने की संभावना को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने कहा कि राज्य में अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनों यानी 25, 26 और 27 जून को तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस गिरावट होने की संभावना है।
ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मानसून की गतिविधि कमजोर रही लेकिन रविवार को हुई झमाझम वर्षा ने दोबारा मानसून की सक्रियता बढ़ा दी है। राज्य में लगभग सभी स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है जबकि कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। सबसे अधिक वर्षा 37.2 मिमी दुमका में हुई है।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस पाकुड़ में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रांची के नामकुम में रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, राजधानी रांची का अधिकतम 30.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।