कोल्हापुर: महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कागल तहसील के बनगे गांव में एक अनोखी और दुर्लभ घटना सामने आई है। यहां किसान सुरेश सुतार के घर पर उनकी भैंस ने एक बछड़े को जन्म दिया। लेकिन जब उन्होंने भेंस को बछड़े को देखा तो हैरान रह गए। दरअसल इस बछड़े के एक नहीं बल्कि दो सिर थे। जैसे ही इसकी जानकारी गांव वालों को लगी तो किसानों के घर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। हर कोई इस बछड़े को देखना चाहता था और उसके साथ फोटो खिंचवाने लगा। यह घटना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गई है।
गांव वाले मान रहे चमत्कार
ग्रामीण इस बछड़े को देखने के बाद इसे चमत्कार मान रहे हैं। कुछ लोगों ने तो उसकी पूजा करना शुरू कर दिया। तो वहीं कुछ धूप और अगरबत्ती भी साथ ले आए। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि यह कोई चमत्कार नहीं बल्कि एक दुर्लभ जैविक स्थिति है, जिसे पॉलीसेफली कहा जाता है। इसमें भ्रूण जुड़वा बनने की प्रक्रिया शुरू तो करता है लेकिन पूरी नहीं हो पाती। इसी कारण एक ही शरीर पर दो सिर विकसित हो जाते हैं। इस स्थिति में पैदा हुए बछड़े के दो सिर, दो आंखें, दो कान और अलग-अलग मुंह होते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से ऐसे बछड़ों का जीवन अनिश्चित होता है। कई बार यह जन्म के बाद लंबे समय तक जीवित नहीं रह पाते, जबकि कुछ मामलों में वे कुछ समय तक जी सकते हैं।
डॉक्टर बोले- इसे अधविश्वास ने न जोड़ें
वहीं इस बछड़े को देखने के बाद कई लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ इसे चमत्कार तो कुछ इसे भगवान का रूप मान रहे हैं। हालांकि, डॉक्टरों और पशु विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीणों को इसे अंधविश्वास से जोड़ने के बजाय वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझना चाहिए। यह दुर्लभ मामला न सिर्फ कोल्हापुर जिले में बल्कि पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का केंद्र बन गया है। इससे पहले भी देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे मामले सामने आए हैं, लेकिन वे बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।