भोपाल : प्रदेश में जल संरक्षण, जल स्रोतों के पुनर्जीवन और जनजागरूकता को बढ़ावा देने के लिये शुरू किया गया "जल गंगा संवर्धन अभियान" का 30 जून 2025 को समापन होगा। उल्लेखनीय है कि अभियान 30 मार्च से पूरे प्रदेश में शासन और समाज के सहयोग से चलाया गया था। सभी जिलों में 24 से 30 जून तक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में समापन के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कलेक्टर्स एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।
इस समापन सप्ताह का उद्देश्य अभियान की उपलब्धियों और इसके जरिए हुए कार्यों के लाभों को जन-जन तक पहुँचाना है। साथ ही नागरिकों से मिले सुझावों के आधार पर भविष्य की नीतियों में सुधार करना और जनप्रतिनिधियों, जलदूतों व स्थानीय नागरिकों को आगे की योजनाओं में सहभागी बनाना भी इसका अहम हिस्सा है।
समापन सप्ताह के दौरान कई गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी इनमें अभियान के दौरान हुए कार्यों और जनसहभागिता पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जनप्रतिनिधियों और अन्य प्रमुख लोगों के साथ क्षेत्र का दौरा कर किए गए कार्यों की समीक्षा की जाएगी और उन्हें जनता को समर्पित किया जाएगा।
ग्राम पंचायत स्तर पर जनसंवाद का आयोजन होगा, जिसमें अभियान की उपलब्धियों, जनभागीदारी और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा होगी। "जल गंगा संवर्धन अभियान" में अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों, सरपंचों और जलदूतों को सम्मानित किया जाएगा। बनाई गई जल संरचनाओं को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने की प्रक्रिया भी की जाएगी। वहीं, हर दिन की गतिविधियों की फोटो और वीडियो रिपोर्ट बनाकर विभिन्न मीडिया माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
अभियान के समापन कार्यक्रमों में शामिल सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर द्वारा 24 से 30 जून तक हर दिन की गतिविधियों की रूपरेखा तैयार कर उसे जनप्रतिनिधियों से साझा किया जाएगा ताकि उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।