कोरोना अपडेट: बिलासपुर में मिले 11 सक्रिय मरीज, सरकंडा में सबसे ज्यादा केस

बिलासपुर। शहर में कोरोना मरीज मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को सरकंडा क्षेत्र में रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला की कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। शहर में मौजूदा स्थिति में कोरोना के 11 सक्रिय मरीज हैं। अब स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर कोरोना को लेकर अलर्ट मोड में आ गया है। ऐसे में मरीजों के संपर्क में आने वालों को ट्रेस किया जा रहा है और उनका कोरोना सैंपल जांच के लिए लिया जा रहा है, ताकि यदि कोई मरीज मिलता है, तो उपचार की व्यवस्था कर कोरोना के मामलों को रोका जा सके।

कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डरने की कोई भी बात नहीं है।

सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है। कोरोना का नया वायरस खतरनाक नहीं है।

लेकिन सावधानी जरूरी हो गया है, ताकि इससे संक्रमित न हो।

इन बातों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने की सलाह शहरवासियों को दी है।

वही अब सभी के ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी ली जा रही है।

साथ ही मरीजों के संपर्क में आने वालों की जानकारी भी जुटाई जा है।

ताकि उनका भी कोरोना जांच हो सके। इनमें से संक्रमित मिलने वालों की इलाज की व्यवस्था की जाएगी।

86 वर्षीय बुजुर्ग को कराया गया अस्पताल में भर्ती
कोविड के नोडल अधिकारी का कहना है कि सभी मरीज की हालत सामान्य है, लेकिन एक मरीज 86 वर्ष के होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और स्थिति सामान्य है। वही आइसोलेशन में रहने वाले अन्य मरीजों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। उन्हें कहा गया है कि यदि उन्हें लगता है कि तबीयत में सुधार नहीं हो रहा है, तो वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं। चिकित्सा टीम उनका इलाज करेंगे।

ट्रेवल हिस्ट्री वालों में लक्षण मिले तो कराए जांच
नोडल अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि ज्यादातर मरीज की ट्रेवल हिस्ट्री निकली है। साफ है कि दूसरे प्रदेश से भ्रमण कर आने वालों के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका है। ऐसे में ट्रेवल हिस्ट्री वालों में सर्दी, बुखार और कोरोना वायरस के अन्य लक्षण मिलते हैं, तो वे तत्काल अपना टेस्ट कराएं, ताकि संक्रमित होने पर उपचार किया जा सके और बढ़ते मामलों को रोका जा सके।

कोविड प्रोटोकाल का करें पालन
भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें।
हाथ को धोते रहें या फिर सैनिटाइज करते रहें।
सामाजिक दूरी का पालन करें।
लक्षण आने पर तत्काल कोरोना जांच कराएं।
मास्क का उपयोग करें।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
सिम्स के एमएस लखन सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस से डरने की अवश्यकता नहीं है।
यह सिर्फ कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों को ही संक्रमित कर सकता है।
ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना अच्छा होगा।
जिसकी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता होगी, उनेके संक्रमित होने की आशंका कम रहेगी।

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