Maharashtra : रवींद्र चव्हाण मुंबई के पड़ोसी जिले ठाणे की कल्याण-डोंबीवली महानगरपालिका में पहली बार 2007 में सभासद चुने गए थे। उन्हीं तभी महापालिका में स्थायी समिति का अध्यक्ष बना दिया गया था। 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के तत्कालीन विधायक हरीश्चंद्र पाटिल का टिकट काटकर उन्हें उम्मीदवारी दी गई और वह जीतकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे।
भाजपा विधायक रवींद्र चव्हाण का महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनना लगभग तय हो गया है। सोमवार को संगठन चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू की उपस्थिति में चव्हाण ने अपना नामांकन भर दिया। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरनेवाले वह अकेले प्रत्याशी हैं। इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू आ चुके हैं। उनकी उपस्थिति में रवींद्र चव्हाण ने अपना नामांकन भर दिया है। वह इससे पहले मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता के रूप में भाजपा में काम शुरू किया। फिर महानगरपालिका में सभासद बने। उसके बाद विधायक और मंत्री बने। आज प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हमने उनका नामांकन दाखिल कर दिया है।
कब होगी नए अध्यक्ष की घोषणा?
इसके बाद फडणवीस ने कहा कि इससे पहले अध्यक्ष रहे चंद्रशेखर बावनकुले ने अच्छा काम किया। उनके द्वारा संगठन को दी गई मजबूती के कारण ही हम विधानसभा चुनाव में अच्छी सफलता हासिल कर पाए। विधानसभा चुनाव के बाद से ही रवींद्र चव्हाण कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम करते आ रहे हैं। मंगलवार शाम को अध्यक्ष के रूप में उनके नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
कौन हैं रवींद्र चव्हाण?
बता दें कि रवींद्र चव्हाण मुंबई के पड़ोसी जिले ठाणे की कल्याण-डोंबीवली महानगरपालिका में पहली बार 2007 में सभासद चुने गए थे। उन्हीं तभी महापालिका में स्थायी समिति का अध्यक्ष बना दिया गया था। 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के तत्कालीन विधायक हरीश्चंद्र पाटिल का टिकट काटकर उन्हें उम्मीदवारी दी गई, और वह जीतकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे। तबसे वह लगातार विधायक चुने जा रहे हैं। 2014 में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में वह राज्यमंत्री बने। 2021 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बनी शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार में वह सार्वजनिक निर्माण विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे। अब पूरे महाराष्ट्र में एक साथ होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनावों से ठीक पहले उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा रही है।
अमित शाह ने दिया ये लक्ष्य
बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा को ‘इस बार महायुति सरकार, 2029 में पूर्ण बहुमत की सरकार’ का लक्ष्य दिया था। जाहिर है, भाजपा को इस लक्ष्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अब रवींद्र चव्हाण की होगी।