मुंबई: बीजेपी में उभरते नेता के तौर पर देखे जाने वाले मोहित कंबोज से सक्रिय राजनीति से हटने का फैसला किया है। कंबोज पिछले साल तक सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने मुंबई विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी और पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, हालांकि पांडेय चुनाव में नहीं उतरे थे। यह पूर मामला तब हुआ था जब पांडेय कांग्रेस में शामिल हुए थे। मुंबई शहर बीजेपी में अपने तेवरों से जगह बनाने वाले मोहित कंबोज (41) साल के हैं। मोहित कंबोज को महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है। मोहित कंबोज ने जहां पर राजनीति से संन्यास का ऐलान किया है तो इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी पत्नी अक्षा कंबोज सुर्खियों में आ गई है।
क्यों लिया राजनीति से संन्यास?
एफपीजे ने मोहित कंबोज हवाले से उनके सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की बात लिखी है। एफपीजे से बातचीत में मोहित कंबोज ने स्पष्ट किया मैं भाजपा का सदस्य बना रहा, पिछले छह महीनों से जानबूझकर राजनीतिक रूप से सक्रियता नहीं दिखाई। मैं अपने व्यवसाय को ज़्यादा समय देना चाहता हूं। मोहित कंबोज ने बिजनेस पर फोकस करने का कारण दिया है।
मोहित के फैसले से सभी हैरान
मोहित कंबोज के फैसले से बीजेपी के नेता भी हैरान हैं। पिछले दिनों मुंबई में बीजेपी ने अमित साटम को शहर अध्यक्ष नियुक्त किया था। मोहित कंबोज ऐसे वक्त पर राजनीति से दूर हुए हैं जब मुंबई में बीएमसी चुनाव होने हैं। मोहित कंबोज 2002 में वाराणसी से मुंबई पहुंचे थे। कुछ ही समय में इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बन गए, जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी।
बीजेपी में बनाई थी अलग छवि
मोहित कंबोज की सक्रियता को देखते हुए उन्हें 2013 में शहर भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और अगले वर्ष उन्हें गोरेगांव (पूर्व) के डिंडोशी से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट दिया गया। 353.53 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ वे महाराष्ट्र के सबसे धनी उम्मीदवार थे। त्रिकोणीय मुकाबले में वे शिवसेना के सुनील प्रभु से चुनाव हार गए। हार के बावजूद उन्हें भाजपा की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया। मोहित कंबोज के सियासी संन्यास के बाद उनकी पत्नी अक्षा कंबोज की कंपनी को मुंबई में बड़े प्रोजेक्ट मिलने की चर्चा भी सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है।
हौसला हो तो फासला क्या?
इस सबके बाद मोहित कंबोज ने एक्स पर लिखा है कि मंजिलें क्या है, रास्ता क्या है ? हौसला हो तो फासला क्या है। न पूछो कि मेरी मंजिल कहां है, अभी तो सफर का इरादा किया है, न हारुंगा हौसला उम्र भर, ये मैंने खुद से वादा किया है। मोहित कंबोज एस्पेक्ट ग्लोबल के सीईओ हैं। उनकी पत्नी इस कंपनी की चेयरपर्सन हैं, हालांकि उनकी पत्नी क्रिकेट आईएसपीएल टीम टाइगर्स ऑफ कोलकाता की सह-मालिक भी हैं। तो वहीं मोहित कंबोज भारतीय फाउंडेशन के चेयरमैन हैं।