जबलपुरः मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से युवक की किडनैपिंग का मामला सामने आया था। बरगी क्षेत्र के बम्हनौदा निवासी युवक का अपहरण हो गया था। पुलिस ने इस सनसनीखेज किडनैपिंग की गुत्थी को सुलझा लिया है। मामला सनसनीखेज नहीं बल्कि युवक की बनाई साजिश का निकला। युवक ने चाचा से पैसे ऐंठने और अपना कर्जा पटाने के उद्देश्य से दोस्तों के साथ मिलकर फर्जी अपहरण की कहानी गढ़ी थी। मामले में पुलिस ने युवक और उसके दो दोस्तों को पकड़ लिया है। दरअसल, बरगी बम्हनीदा निवासी राजकुमार पटेल (48) ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि मंगलवार को चाचा विष्णु पटेल के साथ तिलहरी में प्लॉट देखने गया था। उसके साथ आशीष पटेल था। प्लॉट देखने के बाद आशीष ने राजकुमार को एकता मार्केट के पास छोड़ा। यहां से आशीष शहर की ओर रवाना हो गया और राजकुमार अपनी बाइक लेकर अपने घर के लिए रवाना हो गया।

बीच रास्ते से किया किडनैप
राजकुमार ने बताया कि वह बारहा से बघराजी के बीच पहुंचा तभी बिना नंबर की कार सवार युवकों ने उसे रोका। फिर उसे नशीला पदार्थ सुधाकर उसका अपहरण कर लिया गया। इसके बाद उसके फोन से चाचा विष्णु को वॉट्सएप पर कॉल करवाया। आरोपी ने चाचा से 4 लाख की फिरौती की मांग की गई।
किडनैपिंग की कहानी पर हुआ शक
पुलिस को किडनैपिंग की बात पर शक हुआ। जब उन्होंने मामले की जांच पड़ताल की तो अपहरण की कहानी झूठी निकली। सख्ती से पूछताछ करने पर सच्चाई सामने आ गई। दरअसल, राजकुमार ने अपने दो दोस्तों रोहित कुंडे और उदय के साथ मिलकर साजिश को अंजाम दिया। उसने अपने दोस्तों को भी पैसे देने का लालच दिया था। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरा मामला उजागर हो गया। पूछताछ में यह बात सामने आई कि राजकुमार कर्ज में था जिसके चलते उसने अपहरण की कहानी रचने के साथ चाचा से चार लाख रुपए मांगे थे।


