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    जन सुराज की दूसरी लिस्ट में पीके के निशाने पर नीतीश का गढ़, लेकिन राघोपुर पर गहराया सस्पेंस

    पटना। प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में 65 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। इसके पहले, जन सुराज की फर्स्ट लिस्ट में 51 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया था। जन सुराज ने दूसरी लिस्ट में 19 सुरक्षित सीटों पर भी उम्मीदवारों का ऐलान किया है। टिकट वितरण में जन सुराज ने सामाजिक समीकरण साधते की पूरी कोशिश की है। पार्टी ने अति पिछड़ा वर्ग पर फोकस करते हुए 14 अति पिछड़ा समुदाय से आने वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया है। वहीं पार्टी ने सीएम नीतीश के गृह क्षेत्र हरनौत पर भी बड़ा दांव खेला है। इस सीट से जन सुराज ने अनुसूचित जाति (SC) के उम्मीदवार कमलेश पासवान को मैदान में उतारा है। हरनौत एक सामान्य सीट है और अब कमलेश पासवान के मैदान में उतरने से चुनाव दिलचस्प हो सकता है। 

    राघोपुर पर सस्पेंस बरकरार

    हालांकि, जन सुराज की दूसरी लिस्ट में राघोपुर पर सस्पेंस अभी भी बरकरार ही रह गया है। इस सीट से तेजस्वी यादव चुनाव लड़ते हैं और ऐसी चर्चा है कि यहां से पीके राजद नेता को चुनौती दे सकते हैं। लेकिन, अटकलों के विपरित अभी जन सुराज ने राघोपुर सीट को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पिछले दिनों ऐसी खबरें चल रही थीं कि तेजस्वी यादव राघोपुर के अलावा किसी अन्य सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं. इसको लेकर प्रशांत किशोर ने तेजस्वी पर जमकर निशाना साधा था। 

    दो सीटों से चुनाव लड़ने की अटकलों पर तेजस्वी को घेरा

    तेजस्वी यादव के दो सीटों से चुनाव लड़ने की अटकलों पर प्रशांत किशोर ने कहा था कि जन सुराज के राघोपुर से चुनाव लड़ने की बात सुनते ही तेजस्वी यादव को वहां से भाग जाना है। अभी तो चर्चा हुई कि प्रशांत किशोर राघोपुर से चुनाव लड़ने आ रहे हैं, तब तक तेजस्वी यादव दूसरी सीट तलाशने लगे। पीके ने कहा था, ‘देख लीजिएगा, तेजस्वी यादव की वही हालत होगी, जो राहुल गांधी की अमेठी में हुई थी। राहुल अमेठी छोड़कर वायनाड गए थे, लेकिन अमेठी में चुनाव हार गए थे.’ प्रशांत किशोर जन सुराज के बैनर तले विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत से उतर रहे हैं। फिलहाल, राघोपुर सीट से उनके लड़ने की अटकलें जरुर हैं लेकिन दूसरी लिस्ट में भी उनका नाम न होने से इस पर सस्पेंस गहरा गया है। अब देखना है कि चुनावी रणनीतिकार पीके की ये कोई नई रणनीति है या फिर, वे किसी और सीट से चुनाव लड़ते हैं। लेकिन, ये तो तय है कि अगर राघोपुर से पीके विधानसभा चुनाव में उतरते हैं तो ये इस चुनाव में इस सीट के नतीजे पर सभी की नजरें होंगी। 

    शराबबंदी कानून हटाने का किया है वादा

    बिहार चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की पार्टी ने एक बड़ा ऐलान भी किया है। पार्टी ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आई, तो राज्य में शराबबंदी कानून हटाया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि शराबबंदी खत्म होने से बिहार को हर साल होने वाला करीब ₹28,000 करोड़ का राजस्व घाटा बचाया जा सकेगा। 

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