जोधपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय राष्ट्रीय समन्वय बैठक की शुरुआत हो गई है। इस बैठक में संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, कार्यवाहक सरसंघचालक दत्तात्रेय होसबोले, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजस्थान भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।
बैठक में 32 संगठनों के लगभग 320 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं, जिनमें से 249 पदाधिकारी हैं। ये प्रतिनिधि अलग-अलग समूहों में बैठकर कार्ययोजना, रणनीति और राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं।
बैठक का प्रमुख उद्देश्य संघ और उससे जुड़े संगठनों के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों में बेहतर तालमेल स्थापित करना और आने वाले समय की प्राथमिकताओं पर विचार करना है।
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल, मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, अतुल लिमये और आलोक कुमार भी बैठक में भाग ले रहे हैं।
बैठक के दौरान विभिन्न संगठनों का वार्षिक कार्यवृत्त प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसमें पिछले एक साल की गतिविधियों, अनुभवों और उपलब्धियों का विवरण शामिल है। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, विद्या भारती और सक्षम (दिव्यांगजन सेवा संगठन) जैसे प्रमुख संगठन भाग ले रहे हैं।
चर्चा का दायरा सिर्फ संगठनात्मक नहीं बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों तक फैला है। विशेषकर पंजाब, बंगाल, असम और पूर्वोत्तर के जनजातीय क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा ‘पंच परिवर्तन’ पर भी विमर्श हो रहा है, जिसमें – सामाजिक समरसता,कुटुंब प्रबोधन,पर्यावरण-अनुकूल जीवन,स्वर आधारित रचना, नागरिक कर्तव्य पालन, जैसे विषयों पर संगठन की भूमिका और भविष्य की दिशा तय की जा रही है।