शुभांशु शुक्ला बने अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। साथ ही वे पहले भारतीय हैं जो ISS मिशन पर जाएंगे। रिपोर्ट्स की मानें तो Axiom-4 मिशन में भारत ने 548 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। शुक्ला 14 दिन तक अंतरिक्ष में एक्सपेरिमेंट्स करेंगे। आइए जानते हैं बाकी डिटेल। 

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। 

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं। साथ ही वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) मिशन पर जाने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं। ध्यान दें, शुक्ला को ऑर्बिट में 14-दिन ठहरने के लिए सैलरी नहीं दी जाएगी। उनका मिशन, Axiom-4, Axiom Space द्वारा NASA के सहयोग से आयोजित एक प्राइवेटली ऑपरेटेड स्पेसफ्लाइट है, जिसमें शुक्ला की भागीदारी पूरी तरह भारत सरकार द्वारा फंडेड है।

क्या है Axiom मिशन 4?
Axiom मिशन 4 (Ax-4) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए चौथा प्राइवेट ह्यूमन स्पेसफ्लाइट मिशन है, जिसे Axiom Space ने SpaceX और NASA के पार्टनरशिप में ऑर्गेनाइज किया है। ये अंतरिक्ष के कमर्शियलाइजेशन में एक महत्वपूर्ण कदम है और इंटरनेशनल कोलैबोरेशन को आगे बढ़ाने और माइक्रोग्रैविटी में कटिंग-एज रिसर्च करने का लक्ष्य रखता है। एस्ट्रोनॉट्स माइक्रोग्रैविटी में लगभग 60 साइंटिफिट एक्सपेरिमेंट्स करेंगे, जो लाइफ साइंसेज, मटेरियल साइंस, ह्यूमन फिजियोलॉजी और अर्थ ऑब्जर्वेशन जैसे अलग-अलग फील्ड्स में होंगे। इससे ये अब तक का सबसे साइंस-इंटेंसिव Axiom मिशन बन जाता है।

भारत ने Axiom-4 मिशन में 548 करोड़ रुपये किए निवेश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने Axiom-4 मिशन में 548 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। ये राशि NASA और Axiom के साथ एस्ट्रोनॉट ट्रेनिंग, लॉन्च लॉजिस्टिक्स, ISS तक ट्रैवल, अकमोडेशन और मिशन के दौरान सपोर्ट को कवर करती है। इसमें शुक्ला द्वारा अंतरिक्ष में किए गए रिसर्च और साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट्स भी शामिल हैं। उनकी भागीदारी को 2027 में निर्धारित भारत के गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

शुक्ला ISS पर एक्सपेरिमेंट्स करेंगे
Axiom-4 मिशन भारत को एडवांस्ड स्पेसफ्लाइट सिस्टम्स और प्रोटोकॉल्स, इंटरनेशनल कोलैबोरेशन अपॉर्चुनिटी और ऑर्बिट में रिसर्च करने का मौका देगा। 14-दिन के ISS पर प्रवास के दौरान, शुक्ला स्पेस न्यूट्रिशन स्टडीज़, फूड सस्टेनेबिलिटी एक्सपेरिमेंट्स और जीरो ग्रैविटी में सीड रीजनरेशन पर एक्सपेरिमेंट्स करेंगे।

अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय
Axiom मिशन के साथ, शुक्ला 1984 में राकेश शर्मा की फ्लाइट के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन गए। हालांकि, शर्मा के स्टेट-स्पॉन्सर्ड मिशन के विपरीत, शुक्ला की यात्रा स्पेस एक्सप्लोरेशन में कमर्शियल और इंटरनेशनल कोऑपरेशन के नए युग में हो रही है।

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