लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार, 2 सितंबर 2025 का दिन ऐलान, हंगामे और राजनीतिक बयानबाज़ी से भरा रहा। एक ओर योगी सरकार ने आउटसोर्सिंग निगम का ऐलान किया, तो दूसरी ओर बाराबंकी के श्रीरामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में लाठीचार्ज को लेकर विधानसभा से लेकर सियासी गलियारों तक हंगामा मच गया।
बाराबंकी के SRMU विवाद पर हंगामा
SRMU में बिना मान्यता पाठ्यक्रम चलाए जाने के आरोप पर छात्रों ने प्रदर्शन किया। पुलिस-छात्र भिड़ंत में लाठीचार्ज हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर शहर कोतवाल को लाइनहाजिर किया और सीओ को हटा दिया। सीएम ने विश्वविद्यालय की डिग्री की वैधता और लाठीचार्ज की जांच के आदेश दिए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे सरकार की “नाकामी और हताशा” बताया।
आउटसोर्सिंग निगम का ऐलान
मंत्रिमंडल ने आउटसोर्स कर्मचारियों को 16 से 20 हजार रुपये मासिक मानदेय और सेवा शर्तों में सुधार की मंजूरी दी। अब सभी नियुक्तियां उत्तर प्रदेश आउटसोर्सिंग सेवा निगम के जरिए होंगी।
अनुप्रिया पटेल ने लिया श्रेय
कैबिनेट फैसले पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि यह उनकी पार्टी की मांग थी, जिसे सरकार ने पूरा किया। उन्होंने कहा, “हमारे मुद्दे ज़मीन से जुड़े हैं और जनता की आवाज़ सरकार तक पहुंचती है।”
पीएम मोदी की मां को लेकर बयानबाज़ी
कांग्रेस की “वोटर अधिकार यात्रा” के दौरान पीएम मोदी की मां पर अपशब्द कहे जाने को लेकर विवाद गरमा गया। मोदी ने कहा कि भले ही वे माफ कर दें, लेकिन बिहार की जनता विपक्ष को कभी माफ नहीं करेगी। इस पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, “मां तो मां होती है, किसी की भी हो। इसकी जांच होनी चाहिए।”
कौशांबी में तिरंगे से ऊंचा इस्लामी झंडा
कौशांबी जिले की एक मस्जिद पर तिरंगे से ऊंचा इस्लामी झंडा फहराने का मामला सामने आया। पुलिस ने झंडा उतरवाकर मस्जिद के इमाम के खिलाफ राष्ट्र गौरव अपमान-निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जांच जारी है।