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    सिनेमा की चुलबुली हीरोइन तनुजा: पर्दे पर शोहरत, असल जिंदगी में हलचल

    मुंबई: बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री तनुजा आज अपना 82वां जन्मिदन मना रही हैं। फिल्मों में कई सपोर्टिंग रोल अदा करने के साथ-साथ उन्होंने धर्मेंद्र जैसे कलाकारों के साथ लीड रोल भी निभाया। उन्होंने बंगाली सिनेमा में अपने अभिनय से पहचान बनाई है। उनका नाता फिल्मी परिवार से था। उनकी दोनों बेटियां फिल्मों में अभिनय करती हैं। आज तनुजा के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें।  

    6 साल की उम्र में किया अभिनय
    23 सितंबर 1943 को जन्मीं तनुजा ने साल 1950 में आई फिल्म 'हमारी बेटी' से बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस अभिनय करियर की शुरुआत की। इसमें उनकी बड़ी बहन नूतन ने भी अभिनय किया। जब वह बड़ी हुईं तो उन्होंने 1960 में फिल्म 'छबीली' में अभिनय किया। इसमें उनकी बड़ी बहन नूतन मुख्य भूमिका में थीं। इस फिल्म का निर्देशन उनकी मां शोभना ने किया। उनकी शुरुआती फिल्मों में से एक, जो उनके बेहतरीन अभिनय के लिए जानी जाती है, वह है 'बहारें फिर भी आएंगी (1966)'।

    कामयाब रहीं ये फिल्में
    तनुजा ने 1967 में आई फिल्म 'ज्वेल थीफ' में अभिनय किया। इस फिल्म में सपोर्टिंग रोल निभाने के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामांकन मिला। धर्मेंद्र के साथ उन्होंने अगली फिल्म 'इज्जत (1968)' में अभिनय किया। साल 1969 में उन्होंने फिल्म 'पैसा या प्यार' में अभिनय किया। इस फिल्म में बेहतरीन सपोर्टिंग किरदार निभाने के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। उनकी फिल्म 'हाथी मेरे साथी (1971)' काफी कामयाब रही।

    बंगाली फिल्मों में दिखाया जलवा
    तनुजा ने 1960 के दशक में बंगाली फिल्मों का रुख किया। उन्होंने पहली बंगाली फिल्म 'देया नेया (1963)' में अभिनय किया। इसके बाद 1967 में उन्होंने 'एंथोनी फिरंगी' में अभिनय किया। बताया जाता है कि तनुजा की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री सौमित्र चटर्जी के साथ थी, जिनके साथ उन्होंने 'भुबनेर पारे' और 'प्रथम कदम फूल' जैसी फिल्में कीं। तनुजा ने इन बंगाली फिल्मों में अपनी लाइनें खुद बोलीं।

    सहायक किरदारों में जमीं तनुजा
    इसके बाद, तनुजा ने कई वर्षों तक फिल्मों से संन्यास ले लिया। अपनी शादी टूटने के बाद वह वापस लौटीं। अब उन्हें अक्सर सहायक किरदारों की पेशकश की जाने लगी। फिल्म 'खुद्दार (1982)' में वह अमिताभ बच्चन की भाभी बनकर आईं। उन्होंने राज कपूर की फिल्म 'प्रेम रोग (1982)' में भी सहायक भूमिका निभाई। 1986 में उन्हें श्रीलंका से सिंहली फिल्म 'पेरालीकारयो' में मुख्य भूमिका निभाने का निमंत्रण मिला।

    निजी जिंदगी
    तनुजा के पिता कुमारसेन समर्थ फिल्मकार थे। माता शोभना समर्थ अभिनेत्री थीं। जब तनुजा बच्ची थीं तभी उनके माता-पिता का आपसी सहमति से तलाक हो गया। शोभना का नाम अभिनेता मोतीलाल के साथ जुड़ गया। शोभना ने तनुजा और उनकी बड़ी बहन नूतन के लिए पहली फिल्म प्रोड्यूस की।

    तनुजा ने साल 1973 में फिल्म निर्माता शोमू मुखर्जी से शादी की। उनकी दो बेटियां हैं। अभिनेत्री काजोल और तनिषा। काजोल की शादी अभिनेता अजय देवगन से हुई है। शोमू का 10 अप्रैल 2008 को 64 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

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