More
    Homeराज्यराजस्थानबाइक में पॉवर साइलेंसर लगाकर सड़कों पर दौड़ाने का क्रेज बढ़ा, यातायात...

    बाइक में पॉवर साइलेंसर लगाकर सड़कों पर दौड़ाने का क्रेज बढ़ा, यातायात पुलिस ने ऐसी बाइकों के खिलाफ चलाया अभियान

    अलवर. जिले में इन दिनों युवाओं के बीच बाइकों में पॉवर साइलेंसर लगवाने और तेज गति से सड़कों पर दौड़ाने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। ये युवा अपनी बाइकों से पटाखे जैसी आवाजें निकालते हैं, जिससे आसपास के वाहन चालकों को डराने का प्रयास किया जाता है। दिन और रात दोनों समय में, अलवर शहर में ऐसे बाइकर्स आमतौर पर देखे जा सकते हैं।वाहनों की बनावट से छेड़छाड़ करना वाहन नियमों का उल्लंघन होने के बावजूद ऐसे युवा बाइकर्स पर न तो परिवहन विभाग का ध्यान है और न ही यातायात पुलिस का। यही कारण है कि ऐसी मोडिफाइड बाइकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से युवाओं में मोटर व्हीकल एक्ट के उल्लंघन को लेकर कोई डर दिखाई नहीं दे रहा हैं। हालांकि अब यातायात पुलिस ने मोडिफाइड बाइक दौड़ाकर पटाखे की आवाज निकालने वाले युवकों पर सख्त कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। यातायात पुलिस शहर में मोडिफाइड साइलेंसर वाली बाइकों को पकड़ मौके पर उनके साइलेंसर बदलवा रही है और साइलेंसर बदलवाने का खर्चा भी बाइक चालकों से वसूल करवा रही है।

    अलवर शहर में इन दिनों बुलेट एवं इनफिल्ड आदि बाइकों के शौकीनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे युवक अपनी बाइकों में कम्पनी की ओर से लगाए साइलेंसर हटवाकर मोडिफाइड साइलेंसर लगवा रहे हैं. ऐसे मोडिफाइड साइलेंसरों से चलाते समय पटाखे जैसी आवाज निकाली जा सकती है। अनेक युवा दिन व रात के समय सड़कों पर मोडिफाइड साइलेंसर लगी बाइक दौड़ाते दिख जाते हैं। तेज गति से बाइक दौड़ाते समय ये युवक साइलेंसर से अचानक पटाखे जैसी आवाज निकाल कर आसपास चलने वाले वाहन चालकों को डरा देते हैं, जिससे कई बार दुर्घटना होने का खतरा रहता है। साथ ही सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन होने के अलावा वातावरण भी प्रदूषित होता है।

    वाहनों में बदलाव नियमों का उल्लंघन

    परिवहन विभाग के अनुसार वाहनों के मैकेन्जिम में किसी भी प्रकार का बदलाव परिवर्तन करना मोटर ​व्हीकल एक्ट का आफेंस माना जाता है। जबकि युवा इन दिनों बाइकों में पावर साइलेंसर लगाकर व्हीकल का मैकेन्जिम बदलकर सड़कों पर खूब चला रहे हैं।

    यातायात पुलिस ने ऐसी बाइकों के खिलाफ चलाया अभियान

    यातायात पुलिस निरीक्षक हरिओम मीणा ने बताया कि इन दिनों युवाओं में बाइकों में पावर साइलेंसर लगाने का चलन बढ़ रहा है। पावर साइलेंसर से युवा बाइक चलाते समय पटाखे जैसी आवाज आती है। वाहनों के मैकेन्जिम में किसी प्रकार का परिवर्तन मोटर व्हीकल एक्ट का आफेंस है। बाइकों से पटाखों जैसी आवाज छोड़ने से आसपास हॉस्पिटल, बच्चों, बुुजुर्गों व अन्य लोगों को परेशानी होती है। यातायात पुलिस ने गत सप्ताह ऐसी बाइकों के खिलाफ अभियान चलाया। पिछले एक महीने में पावर साइलेंसर लगी कई बाइकों को जब्त कर चालान किया गया है। ऐसी बाइकों के पावर साइलेंसर बदलवा कर युवाओं को समझाइश की गई है।अभिभावकों को भी कहा गया है कि वे अपने बच्चों को बाइकों में पावर साइलेंसर लगाने को मना करें।

    latest articles

    explore more

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here